Edited By ,Updated: 14 Apr, 2017 01:26 PM
प्रदेश मे भले ही योगी राज कायम हो गया हो मगर सपा सरकार के समय से थानों मे तैनात पुलिसकर्मियों के सुर और अकड़ मे बदलाव नहीं आया है
बुलंदशहरः प्रदेश मे भले ही योगी राज कायम हो गया हो मगर सपा सरकार के समय से थानों मे तैनात पुलिसकर्मियों के सुर और अकड़ मे बदलाव नहीं आया है। ताजा मामला बुलंदशहर एसएसपी आफिस का है। यहां एक बुजुर्ग अपनी शिकायत लेकर एसपी सिटी से मिलने आया था। इस बात की जानकारी जब बुलंदशहर देहात के कोतवाल को हुई तो कोतवाल एसएसपी आफिस पहुंचा गया और बुजुर्ग की पिटाई कर दी।
इंसाफ मांगने पहुंचा था बुजुर्ग
मामला बुलंदशहर के एसएसपी आफिस का है। यहां एक बुजुर्ग गोपाल ने देहात कोतवाल अमरेश बघेल पर गंभीर आरोप लगाए और एक शिकायती पत्र एसपी सिटी मानसिंह चौहान को दिया। गोपाल ने अपने शिकायत पत्र में बताया कि सिपाही अशोक कुमार ने 16 सौ रूपए और देहात कोतवाली इंस्पेक्टर ने 4 हजार रूपए व मोबाइल फोन छीनकर आर्म्स एक्ट में उसका चलान कर जेल भेज दिया। पीड़ित गोपाल ने एसपी सिटी से इंसाफ दिलाने की बात कही।
कोतवाल ने की पिटाई
एसपी सिटी ने देहात कोतवाल से मामले की जानकारी मांगी। जिसके बाद कोतवाली देहात के कोतवाल एसएसपी अॉफिस पहुंचे और कोतवाल ने पीड़ित गोपाल की पिटाई कर दी। जिसके बाद एसपी सिटी ऑफिस में हंगामा खड़ा हो गया। पुलिसकर्मियों ने मामले को शांत कराया और दोनों को एसपी सिटी मानसिंह चौहान के सामने पेश किया गया। देहात कोतवाल पर बुजुर्ग गोपालदास और महिला ने एसपी सिटी मानसिंह चौहान के सामने अपने साथ मारपीट का आरोप लगाया।
पीड़ित के आरोप बेबुनियाद: कोतवाल
वहीं कोतवाली देहात के कोतवाल अमरेश बघेल ने बताया कि गोपाल के आरोप बेबुनियाद है। उन्होंने उनके साथ कोई मारपीट नही की है। साथ ही यह भी बताया कि गोपाल को आर्म्स एक्ट में जेल भेजा गया था। इसके पास से भारी मात्रा में अवैध असलहे बरामद हुए थे।
क्या कहते हैं अधिकारी?
एसपी सिटी मानसिंह चौहान ने बताया कि एसएसपी आफिस में मारपीट का मामला गंभीर है, पूरा मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच सीओ सिटी को सौंप दी गई है। एसपी सिटी ने बताया कि फरियादियों की बात सुनकर उनकी मदद करना ही हमारा उददेश्य है। सीओ सिटी इस पूरे मामले की जांच कर रही है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।