Edited By ,Updated: 16 May, 2017 04:16 PM
मतदाता सूची को लेकर लगातार बढ़ रही शिकायतों के चलते उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के टलने की आशंका बढ़ गई है....
लखनऊः मतदाता सूची को लेकर लगातार बढ़ रही शिकायतों के चलते उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के टलने की आशंका बढ़ गई है। बता दें कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही की तरफ से मतदाता सूची बनाने में लापरवाही और शिथिलता की शिकायत की गई है।
दरअसल उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ दल बीजेपी ने मतदाता सूची को लेकर आयोग में शिकायत की थी, जिसमें बीएलओ की लापरवाही और शिथिलता बरतने का आरोप लगाया गया था। वहीं विपक्षी पार्टियों की तरफ से भी मतदाता सूची को लेकर शिकायत की गई थी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्य राज्य निर्वाचन आयोग ने 8 जुलाई से पहले निकाय चुनाव कराने की घोषणा की है। राज्य निर्वाचन आयोग अधिकारी एसके अग्रवाल के अनुसार जून के पहले सप्ताह तक निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। चुनाव कई चरणों में होंगे, साथ ही ये भी कहा कि चुनाव कितने चरणों में होंगे यह अभी तय नहीं है।
इसके साथ ही अग्रवाल ने स्पष्ट किया है कि नगर निगम चुनाव ईवीएम से ही होगा क्योंकि वोटर-वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) मशीन अभी नहीं लग पाएगी। निर्वाचन आयोग ने वीवीपैट उपलब्ध कराने से मना कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ नगर पंचायतों में चुनाव बैलेट पेपर (मतपत्र) से होंगे।