Edited By ,Updated: 13 Jan, 2017 10:49 AM
मुलायम सिंह यादव और उनके पुत्र तथा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच चल रहे विवाद की वजह से समाजवादी पार्टी(सपा) के भविष्य को लेकर लोगों की निगाहें अब चुनाव आयोग की आज आने वाले फैसले पर टिक गई हैं।
लखनऊ: मुलायम सिंह यादव और उनके पुत्र तथा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच चल रहे विवाद की वजह से समाजवादी पार्टी(सपा) के भविष्य को लेकर लोगों की निगाहें अब चुनाव आयोग की आज आने वाले फैसले पर टिक गई हैं। मुलायम सिंह यादव अपने भाई शिवपाल सिंह यादव के साथ दिल्ली में ही हैं जबकि अखिलेश यादव खेमे की ओर से राम गोपाल यादव आयोग में पेश होते रहे हैं। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने राम गोपाल यादव पर भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) से मिलकर सपा को तोड़ने का आरोप लगा दिया था।
चुनाव आयोग ने साढे 11 बजे दोनों पक्षों को बुलाया
उन्होंने कहा था कि अपने पुत्र और बहू को केन्द्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) से बचाने के लिए राम गोपाल यादव भाजपा से मिलकर सपा को तोड़ रहे हैं। चुनाव आयोग ने सुनवाई के लिए आज साढे 11 बजे दोनों पक्षों को बुलाया है। आयोग सपा के चुनाव चिह्न साइकिल पर फैसला सुना सकता है। पार्टी के दोनो खेमों को एक होने की सम्भावना क्षीण हो गई है, हालांकि मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि वह पार्टी को किसी हालत में टूटने नहीं देंगे। दिलचस्प बात यह है कि पार्टी ने पांच नवम्बर को ही अपना रजत जयन्ती समारोह मनाया था और उसके कुछ ही दिन बाद पार्टी में विवाद इस कदर बढ़ा कि अब उसका सिर्फ औपचारिक रुप से टूटना शेष है।
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