Edited By ,Updated: 13 Jan, 2017 08:18 AM
यूपी में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है।
नई दिल्ली\लखनऊ: यूपी में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। दोनों ही गुट जहां कार्यकर्त्ताओं को अपनी-अपनी तरफ रिझाने की कोशिशों में जुटे हैं, वहीं पोस्टर वार भी जारी है। दिल्ली में मुलायम सिंह के घर अखिलेश विरोधी खेमे की बैठक हुई तो मुलायम सिंह के घर के बाहर एक पोस्टर पर सबका ध्यान गया। इस पोस्टर से राम गोपाल की फोटो काट कर निकाल दी गई। वर्णनीय है कि बेटे अखिलेश के साथ जारी घमासान के बीच नेताजी सबसे अधिक अपने चचेरे भाई राम गोपाल यादव पर ही भड़के हुए हैं।
बहुत संघर्ष के बाद बनी है समाजवादी पार्टी
बुधवार को मुलायम सिंह कार्यकर्त्ताओं के बीच आए और इमोशनल कार्ड खेलते हुए कहा कि पार्टी को टूटने नहीं देंगे। इसके बाद गुरुवार को अखिलेश कार्यकर्त्ताओं के बीच आए। लखनऊ में जहां अखिलेश यादव अपने समर्थकों के बीच आए, वहीं दिल्ली में मुलायम खेमे की गुरुवार को बैठक हुई। करीब एक घंटे तक चली इस बैठक में शिवपाल यादव और गायत्री प्रजापति भी मौजूद थे। मीटिंग के दौरान मुलायम ने कहा कि बहुत संघर्ष के बाद समाजवादी पार्टी बनी है। हमने पार्टी की एकता के लिए समय दिया। पार्टी की एकता में कोई बाधा न डाले।
साइकिल को लेकर पिता पुत्र में मचा घमासान
अखिलेश गुट पर निशाना साधते हुए मुलायम ने सपा कार्यकर्त्ताओं से कहा कि न हम अलग पार्टी बना रहे हैं, न सिंबल बदल रहा है। वह (विपक्षी गुट) दूसरी पार्टी बना रहा है। उधर उ.प्र. में सत्तारूढ़ सपा के नाम और चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर पिता मुलायम सिंह यादव और पुत्र अखिलेश यादव के बीच मचे घमासान पर चुनाव आयोग की सुनवाई आज होगी। राज्य में सभी की निगाहें साइकिल पर टिकी हैं, क्योंकि चुनाव आयोग ने दोनों धड़ों को अपना पक्ष रखने के लिए 13 जनवरी को बुलाया है।
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