Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jun, 2017 12:28 PM
यूपी एटीएस ने सैल्फ रैडिक्लाइजेशन के जरिए आतंकी बनने की राह पर जा रहे 7 युवकों को बचाने में....
लखनऊ: यूपी एटीएस ने सैल्फ रैडिक्लाइजेशन के जरिए आतंकी बनने की राह पर जा रहे 7 युवकों को बचाने में कामयाबी हासिल की है। आईजी एटीए. असीम अरुण ने बताया कि यूपी एटीएस ने एक पहल करते हुए भटके हुए युवकों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए एक हैल्पलाइन नंबर जारी किया था, जिसका अच्छा रिजल्ट मिला है।
उन्होंने बताया कि यूपी एटीएस की हैल्पलाइन नंबर पर 125 परिवारों ने फोन कर बताया कि उनके बेटे को जिहाद और इस्लाम के नाम पर भटकाया जा रहा है। इन परिवारों ने एटीएस से बेटों को जेहादी बनने से रोकने का अनुरोध किया। परिजनों की शिकायत पर इन लड़कों की काऊंसलिंग की गई और इस्लाम का असली मकसद उन्हें समझाया गया। उन्होंने बताया कि इनमें मथुरा, अलीगढ़, इलाहाबाद और गोरखपुर जिलों के परिवार शामिल थे।
एटीएस के मुताबिक पिछले दिनों सैफुलाह एनकाऊंटर के बाद जांच एजैंसियों को पता चला कि आईएस जैसे आतंकी संगठन इंटरनैट के जरिए मस्लिम युवाओं को गुमाराह कर उन्हें सैल्फ रैडिक्लाइजेशन के जरिए आतंकी बनाने की ट्रेनिंग दे रहे हैं।
आतंकी संगठन इनटरनैट के जरिए इन युवाओं को इस्लाम के बारे में गलत जानकारी देकर बरगलाते हैं। इतना ही नहीं इन्हें बम बनाने जैसी ट्रेनिंग भी दी जाती है। जब ये युवा अपने दम पर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देते हैं तो उन्हें ग्रुप में शामिल कर लिया जाता है। इसी क्रम में एटीएस ने भटके युवाओं को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए पहल करते हुए हैल्पलाइन नंबर जारी किया था।