Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jul, 2017 04:12 PM
उत्तर प्रदेश में बारिश के कारण गोंडा जिले के कर्नलगंज और तरबगंज तहसील में घाघरा और....
गोंडा: उत्तर प्रदेश में बारिश के कारण गोंडा जिले के कर्नलगंज और तरबगंज तहसील में घाघरा और सरयू नदी के कटान के कारण तटवर्ती कई गांवों में आई बाढ़ के कारण जिला प्रशासन ने ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। इसके अलावा जिले के नवाबगंज क्षेत्र में सरयू की सहायक नदी बिसूही (टेढ़ी) नदी में डूबने से अनिल (13) और वंदना (17) की मृत्यु होने की सूचना है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार ऐल्गिन ब्रिज पर घाघरा लाल निशान के करीब पहुंच गई। जलस्तर बढ़ने से नदी में हो रहे कटान को देखते हुए तटवर्ती नैपुरवा, रेक्सडिया, गौरासिंहपुर, नकहरा,परसावल,काशीपुर,चंदापुर किटौली,घरकुईया समेत कई गांव जलमग्न है। इन गांवों को प्रशासन ने पहले ही खाली कराकर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया लेकिन कुछ परिवार अभी भी अपना आशियाना छोड़ने को तैयार नही हैं।
उन्होंने बताया कि दोपहर में घाघरा ऐल्गिन ब्रिज पर खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। नदी के घटने से कटान का खतरा बढ़ता जा रहा है। तरबगंज तहसील क्षेत्र में सरयू का जलस्तर खतरे के निशान से भले ही 35 सेमी अभी नीचे है, लेकिन सौनौली मोहम्मदपुर, बहूवन मदार माझा, तुलसीपुर, ऐली पसरौली समेत करीब 20 गांव पर बाढ़ का खतरा मण्डरा रहा है। दोनों नदियों का पानी तटवर्ती गांवों मे घुसने से बड़े इलाके में फसलें डूब गई है जिससे मवेशियों को चारे का संकट पैदा हो गया है।
गामीणों के अनुसार बाढ़ के कारण साफ पेयजल के संकट के चलते लोग दूषित पानी पीने से बीमार हो रहे हैं। अधिकांश प्राथमिक विद्यालय टापू बन गए जिससे शिक्षण कार्य ठप है। जिला प्रशासन राहत और बचाव काम में जुटा है।