Edited By ,Updated: 28 Mar, 2017 08:58 AM
आमतौर पर लोगों की धारणा होती है कि नवरात्र पर पूरे 9 दिन भूखे रहकर मां दुर्गा का व्रत करने से नवरात्र का पूर्ण फल प्राप्त होता है।
आगरा\मुरादाबाद: आमतौर पर लोगों की धारणा होती है कि नवरात्र पर पूरे 9 दिन भूखे रहकर मां दुर्गा का व्रत करने से नवरात्र का पूर्ण फल प्राप्त होता है। जो लोग पूरे व्रत नहीं रह सकते वे पहला और आखिरी दिन या नौ दिनों में से कोई 2 दिन व्रत रखते हैं, लेकिन हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे बगैर व्रत रखे भी आप नवरात्र का पूरा फ ल प्राप्त कर सकते हैं।
ज्योतिषाचार्य डा. अरविंद मिश्र के मुताबिक अक्सर लोग व्रत का मतलब भूखा रहने से निकालते हैं लेकिन यह गलत धारणा है। व्रत का सही अर्थ है संकल्प। चाहे वह संकल्प किसी आदत को छोडऩे का हो या किसी और चीज का। नवरात्र के दिनों में ऐसा ही कोई संकल्प लें और उसका ईमानदारी से पालन करें। आप इन दिनों में झूठ न बोलने, नमक न खाने, प्याज-लहसुन न खाने जैसा किसी भी एक आदत को छोडऩे का संकल्प ले सकते हैं। संकल्प का ईमानदारी से पालन करना अपने आप में व्रत ही होता है।
पूजन का नियम बनाएं
इन 9 दिनों में पूजन का एक पक्का नियम बनाएं। आप इसके लिए दुर्गा सप्तशती का पाठ कर सकते हैं, किसी मंत्र का जाप कर सकते हैं या अज्ञारी दें। यदि समय का अभाव है तो एक कंडे यानी उपले को जलाकर उसमें 2 लौंग और एक बताशे की अज्ञारी दे सकते हैं।