Edited By ,Updated: 07 Apr, 2017 12:51 PM
प्रदेश में योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही तीन तलाक पर मामले काफी गर्माते रहे है और साथ ही मुख्यमंत्री के दरबार में.....
रामपुरः प्रदेश में योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही तीन तलाक पर मामले काफी गर्माते रहे है और साथ ही मुख्यमंत्री के दरबार में मुस्लिम महिलाओं के आने का सिलसिला जारी है। ताजा मामले अनुरुप आज सीएम योगी रामपुर की सीमा से मिले। बता दें कि सीमा को उनके पति ने कथित तौर पर तीन तलाक दे दिया।
वकील फरहा भी थी तीन तलाक पीड़िता के साथ
दरअसल सीमा के साथ-साथ फरहा फेज़ भी योगी से मिलीं जो कि पेशे से वकील हैं और उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के खिलाफ तीन तलाक से जुड़ा मसला दायर किया है। उनका कहना है कि उनको सीएम ने तीन तलाक के मसले पर विस्तार से जानकारी देने के लिए बुलाया था। इसके साथ ही यह भी बता दें कि इससे पहले 27 मार्च को भी वह एक बार उनसे मिल चुके हैं। मुख्यमंत्री ने उनसे महिला विकास मंत्री रीता बहुगुणा जोशी से मिलकर इस बारे में सुझाव देने को कहा कि तीन तलाक मसले पर सरकार किस तरह के कदम उठा सकती है।
पीड़िता की योगी से गुहार, खत्म हो ये कुरीति
गौरतलब है कि तीन तलाक के खिलाफ मुस्लिम समाज की तमाम महिलाएं सामने आई हैं। इसके पहले भी कई महिलांए तीन तलाक से बर्बाद जिंदगी को बचाने के लिए यूपी के सीएम आदित्यनाथ से मिल चुकी हैं। एक मुस्लिम महिला ने सीधे प्रधानमंत्री मोदी से गुहार लगाई थी। इस महिला ने पीएम मोदी से गुहार लगाई थी कि वह तीन तलाक को फौरन खत्म करें, ताकि उस जैसी किसी दूसरी महिला की जिंदगी बर्बाद ना हो।
तीन तलाक देना क्रूरता की श्रेणी में आता हैः इलाहाबाद कोर्ट
बता दें कि तीन तलाक के मुद्दे पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कड़ी टिप्पणी करते हुए इसे असंवैधानिक बताया है। कोर्ट ने कहा था कि कोई भी पर्सनल लॉ संविधान से ऊपर नहीं है।इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कहा था कि मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक देना क्रूरता की श्रेणी में आता है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा था कि वे सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे।