Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Oct, 2017 01:53 PM
लगातार हो रहे रेल दुर्घटनाओं से लगता है रेल प्रशासन ने अब तक कोई सबक नहीं लिया है....
इलाहाबादः लगातार हो रहे रेल दुर्घटनाओं से लगता है रेल प्रशासन ने अब तक कोई सबक नहीं लिया है। ताजा मामला इलाहाबाद का है, जहां रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर रखा मिला। ट्रैक पर दरभंगा एक्सप्रेस गुजरने लगी तो सिलेंडर देखकर ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। गनीमत रही कि पुल पर ट्रेन की गति भी धीमी थी और सिलेंडर से टकराव से पहले ही ट्रेन रुक गई।
जानकारी के मुताबिक जिले के झूंसी गंगा पुल पर दिनभर मरम्मत का काम चल रहा था। शाम को ठेकेदार के साथ मजदूर यहां से चले गए, लेकिन लापरवाही की हद पार करते हुए गैस सिलेंडर वहीं छोड़ दिया गया। आधी रात अहमदाबाद से दरभंगा जाने वाली ट्रेन संख्या 15560, दरभंगा एक्सप्रेस इलाहाबाद पहुंची और यहां से आगे के लिए रवाना हुई। रात 12.20 बजे अहमदाबाद-दरभंगा एक्सप्रेस जब शहर के इसी झूंसी इलाके में बने गंगा नदी पर बने पुल पर पहुंची तो चालक को होश उड़ गए। सामने ट्रैक पर सिलेंडर रखा हुआ था। ट्रेन की रफ्तार तो पहले से ही धीमी थी। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी रोक दी।
लोको पायलट ने तत्काल सूचना रेलवे कंट्रोल रूम को दी। अचानक ट्रेन इस तरह पुल पर रुकने से यात्री भी घबरा उठे। आनन-फानन में भागते हुए अधिकारी व रेलवे यूनिट ने मौके पर पहुंचकर ट्रैक से सिलेंडर हटवाया। करीब डेढ़ घंटे रूट ठप रहा। जिससे वाराणसी से इलाहाबाद के बीच आने जाने वाली ट्रेनों का संचालन भी ठप हो गया।
वहीं कल इस मामले की जांच हुई और जीआरपी रामबाग रेलवे स्टेशन की ओर से रेलवे के ठेकेदार संजय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। मुकदमा दर्ज होने के बाद मामला खुला तो रेलवे के पीआरओ अशोक कुमार ने बताया कि ठेकेदार ने घोर लापरवाही बरती है। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। ठेकेदार को रेलवे पैनल से डिबार भी किया जाएगा।