Edited By ,Updated: 15 Nov, 2016 05:56 PM
ताजनगरी में एक अनोखी शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। यहां बिना बारात, फेरों और जयमाल के 17 मिनट में लड़का-लड़की सात जन्?मों के बंधन में बंध गए।
आगरा(गौरव): ताजनगरी में एक अनोखी शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। यहां बिना बारात, फेरों और जयमाल के 17 मिनट में लड़का-लड़की सात जन्?मों के बंधन में बंध गए। ऑर्गनाइजर्स का कहना है कि ऐसी शादी दहेजप्रथा और फिजूल खर्च पर पर कड़ा प्रहार है। मलपुरा थाना में कबीरपंथियों ने रमणी विवाह का आयोजन किया। इस दौरान कबीरपंथी किशन और सुधा की शादी रमणी विवाह के तहत हुई।
इस शादी में वर और वधु सादे तरीके से आए और कबीर की प्रतिमा के सामने परिवार की मौजूदगी में एक-दूसरे को स्वीकारने की शपथ लेकर विवाह बंधन में बंध गए। इस दौरान किसी भी जगह धन या आभूषणों का लेनदेन नहीं हुआ। लड़के ने लड़की की मांग में अपने नाम का सिंदूर भरा और मंगलसूत्र की जगह काला धागा पहनाया और सबका आशीर्वाद लिया। खास बात यह रही कि समाज की एक विशेष आरती जो मात्र 17 मिनट तक की थी, उसी में पूरी शादी की रस्म हो गई और वर-वधु शादी के बंधन में बंध गए।
इस प्रथा से खत्म होगी दहेज प्रथा
कबीरपंथियों के सतगुरु रामपाल के अनुसार, यह पद्ति रमणी के नाम से जानी जाएगी और भविष्य में हमारे समाज में इसी तरह की शादियां होंगी। इस प्रथा से दहेज प्रथा खत्म होगी और शादी में खर्च होने वाला धन लड़का-लड़की के उज्ज्वल भविष्य के लिए उन्हें दे दिया जाएगा।
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