Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Aug, 2017 08:26 AM
यूपी में मुख्य विपक्षी दल सपा प्रदेश में शहरी स्थानीय निकाय एवं....
लखनऊ: यूपी में मुख्य विपक्षी दल सपा प्रदेश में शहरी स्थानीय निकाय एवं 2 लोकसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव से ठीक पहले पार्टी के कील कांटे को दुरुस्त करने की तैयारी में जुट गई है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि कई जिलों के अध्यक्षों को बदलने की संभावना है। प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के समर्थकों के प्रति किसी प्रकार के नरम रुख अपनाए जाने की उम्मीद नहीं की जा रही है। पार्टी में संगठनात्मक चुनाव अगले महीने होने हैं। सपा संगठन चुनाव के जरिए पार्टी प्रदेश में हो रहे 2 लोकसभा सीट तथा शहरी स्थानीय चुनाव से ठीक पहले फेरबदल करने जा रही है। पार्टी के सभी जिला अध्यक्षों का चुनाव आगामी 5 सितम्बर को उनके क्षेत्र में होगा। पार्टी निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रत्येक जिले में पर्यपेक्षक नियुक्त करेगी।
गत मार्च में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त से सबक लेते हुए पार्टी संगठनात्मक चुनाव में महत्वपूर्ण पदों पर कर्मठ कार्यकर्त्ताओं को बैठाना चाहती है। पार्टी वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। सपा के लिए पहले प्रदेश में होने वाले शहरी स्थानीय निकाय चुनाव और लोकसभा की 2 सीटों के लिए होने वाला उपचुनाव महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इन चुनावों में पार्टी की ताकत का अंदाज लगेगा। जिला अध्यक्षों के चुनाव के बाद सपा की राज्य स्तरीय बैठक आगामी 25 सितम्बर को होगी। पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन आगामी 4 अक्तूबर को बुलाया जाएगा।