Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Mar, 2018 08:34 AM
उत्तर प्रदेश की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हार को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने इस हार के लिए सपा और बसपा की ''बेमेल सौदेबाजी'' और अपनी पार्टी के अति आत्मविश्वास को जिम्मेदार बताया।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हार को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने इस हार के लिए सपा और बसपा की ‘बेमेल सौदेबाजी‘ और अपनी पार्टी के अति आत्मविश्वास को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि पार्टी नतीजों की समीक्षा करेगी।
योगी ने गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बारे में संवाददाताओं से कहा कि जब इन दोनों सीटों के उपचुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित हुए थे, तब सपा, बसपा और कांग्रेस समेत सभी अलग-अलग थे। लेकिन चुनाव के बीच में सपा-बसपा के बीच जो आपसी सौदेबाजी और बेमेल गठबंधन हुआ उसको समझने में कहीं ना कहीं कमी रही और अति आत्मविश्वास उसका कारण है।
उन्होंने कहा कि कहां कमी रह गई है, इस बात की हम अवश्य समीक्षा करेंगे। सपा और बसपा की यह राजनीतिक सौदेबाजी एक बार फिर प्रदेश और देश के विकास को बाधित करने के लिए हुई है। वर्ष 2019 के लिए इसके बारे में अपनी पूरी रणनीति तैयार करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों का हारना निश्चित रूप से समीक्षा का विषय है। कमियों को दूर करने और भविष्य की बेहतर योजना के लिए हम जी-जान से लगकर कार्य करेंगे दिखाएंगे। प्रदेश के अंदर जो बेमेल राजनीतिक सौदेबाजी का दौर फिर से शुरू हुआ है, उसे प्रदेश की जनता समझेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उपचुनाव के नतीजे जनता का फैसला हैं, लोकतंत्र में जनता जनार्दन के रूप में है। हम उसके फैसले को स्वीकार करते हैं। उपचुनाव में स्थानीय मुद्दे हावी होते हैं। आम चुनाव जब होंगे तो उसमें राष्ट्रीय मुद्दे होंगे। देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 4 सालों में जो कार्य हुए हैं, उनसे देश में एक विश्वास जगा है।