Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Mar, 2018 01:33 PM
उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए हुए चुनाव में बीजेपी ने 9 सीटों पर कब्जा किया है और सपा ने 1 सीट पर बाजी मारी। इस चुनावों में बसपा की हार हुई। इसी कड़ी
लखनऊः उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए हुए चुनाव में बीजेपी ने 9 सीटों पर कब्जा किया है और सपा ने 1 सीट पर बाजी मारी। इस चुनावों में बसपा की हार हुई। इसी कड़ी में बसपा के नेताओं का कहना है कि राज्यसभा चुनावों के नतीजों का सपा-बसपा के गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
वहीं बसपा-सपा के नेताओं का कहना है कि वह लोकसभा में फिर से एकजुट होकर मैदान में उतरने वाले हैं। बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी कैराना लोकसभा और विधान परिषद चुनाव में बसपा की मदद करेगी। उनका कहना है कि समाजवादी पार्टी और बसपा के रिश्ते राज्यसभा चुनाव के नतीजों के बाद भी जारी रहेंगे।
वहीं बारे में सपा प्रवक्ता और एमएलसी सुनील सिंह साजन ने कहा कि यह रिश्ता इतना कमजोर नहीं कि इतने जल्दी टूट जाए। सपा इस बात को बखूबी जान रही है कि प्रदेश में अगर भारतीय जनता पार्टी से लड़ना है तो इस गठबंधन को मजबूती देना होगा और शायद इसलिए सपा सियासी तौर से बड़े समझौते भी कर ले।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश की विधानपरिषद में 5 मई को सपा के 7 सदस्य, बसपा के 3 और भाजपा की 2 सीटें खाली हो रही है। वहीं आकड़ों को देखा जाए तो 10 सीटें बीजेपी के खाते में जा रही है जबकि दो सीटों पर सपा-बसपा मजबूत दिख रहे हैं। साथ ही ये भी बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी विधानपरिषद और कैराना लोकसभा के उपचुनाव के जरिए बसपा को रिटर्न गिफ्ट देगी।