Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jul, 2017 04:27 PM
उत्तर-प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में हिंदू-मुस्लिम विवाह पर क्रूरता का उदाहरण सामने आया है।
मुजफ्फरनगर: उत्तर-प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में हिंदू-मुस्लिम विवाह पर क्रूरता का उदाहरण सामने आया है। जहां पर एक पिता को उस समय मौत के घाट उतार दिया गया जब वह अपने बेटे के जन्मदिन पर उसके लिए केक ले कर जा रहा था। जानकारी मुताबिक मुजफ्फरनगर जिले के बोखरहेदी में नसीम खान नाम के एक शख्स का कत्ल हो गया है। कथित तौर पर नसीम की पत्नी पिंकी के घरवालों ने उसकी जान ली है। क्योंकि उन्होंने मर्जी के खिलाफ जाकर शादी की थी। वे दो सालों से विशाखापट्टनम में रह रहे थे, लेकिन जैसे ही गांव वापस आए उनका हंसता खेलता परिवार उजड़ गया। पुलिस ने पिंकी के पिता, भाई प्रदीप, सोनू और नीटू के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन पर धारा 302, 147, 148, 159 और 506 लगाई गई है।
नसीम और पिंकी का प्यार स्कूल के दिनों में परवान चढ़ा था। लेकिन ये बात जब लड़की के माता-पिता तक पहुंची तो उसे मारपीट और दबाव के अलावा कुछ हासिल न हुआ। ये बात समझ जाने पर कि उसे परिवार का साथ हासिल नहीं होगा, तो वह भागकर विशाखापट्टनम चली गई। नसीम वहीं काम करता था। फिर दोनों ने वापस गांव आकर शादी कर ली। बाद में पिंकी ने धर्म बदलकर अपना नाम आयशा रख लिया। 2 साल तक वे वापस घर नहीं आए। इस बीच पिंकी के घरवाले नसीम के घरवालों को लगातार धमकी देते रहते थे। धमकियों का सिलसिला कई महीनों तक चला और अंत में बंद हो गया। इसपर दोनों ने इस बार की ईद गांव में नसीम के परिवार के साथ मनाने की सोची।
पिछले साल नसीम और पिंकी एक बच्चे के मम्मी-पापा भी बने थे। 17 जुलाई को उसका जन्मदिन था। जिसे मनाने के लिए वो गांव में ही रुक गए। उस दिन बेटे के जन्मदिन पर उसके लिए केक ले कर जा रहे पिता पर हमला कर दिया गया और वहीं उसकी मौत हो गई। हमला करने वाले खेतों में छिपे हुए थे और उन्होंने नसीम की मोटरसाइकिल रोककर पहले उसे मारा-पीटा। हमले के समय नसीम का भाई उसके साथ था। उसने बताया कि नसीम को तीन या चार गोलियां भी मारी गई थी। पिंकी को यकीन है कि उसके भाई और पिता ने ही नसीम की जान ली है। पिंकी के मुताबिक, नसीम की हत्या के बाद उसने अपने भाई से फोन पर बात की थी। पिंकी ने बताया कि उसके भाई ने उसे और उसके बच्चे को भी मारने की धमकी दी है।