Edited By ,Updated: 14 Feb, 2017 06:26 PM
उत्तर प्रदेश की जंग जीतने और मुस्लिम वोटों से अपनी झोली भरने के लिए मायावती ने अपनी आखिरी कोशिश के तहत साफ किया है कि वो विपक्ष में बैठ जाएंगी, लेकिन बीजेपी की मदद से सरकार...
कानपुर: उत्तर प्रदेश की जंग जीतने और मुस्लिम वोटों से अपनी झोली भरने के लिए मायावती ने अपनी आखिरी कोशिश के तहत साफ किया है कि वो विपक्ष में बैठ जाएंगी, लेकिन बीजेपी की मदद से सरकार नहीं बनाएंगी। इसके साथ ही मायावती ने बीजेपी पर आरोप मढ़ते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर बीजेपी अफवाह फैला रही है कि बीजेपी और बीएसपी मिलकर सरकार बनाने जा रही है। यह सरासर गलत बात है।
मायावती ने इस बार 99 सीटों पर खड़े किए मुसलमान कैंड़िडेट
मुसलमानों को अपने पाले में करने के लिए मायावती ने इस बार दिल खोलकर टिकट बांटें हैं। बसपा ने कुल 403 सीटों में से 99 सीटों की टिकटें मुसलमान कैंडिडेट को दी है, लेकिन ऐसी बीत कही जा रही है कि मुस्लिम समाज में मायावती को लेकर थोड़ी झिझक है और इसी वजह से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि चुनाव के बाद कहीं मायावती बीजेपी का दामन ना थाम लें।
मुमकिन है कि मुसलमानों की इसी झिझक को तोड़ने के लिए मायावती ने यह ऐलान कर दिया है कि चुनाव नतीजों के बाद किसी भी परिस्थिति में उन्हें विपक्ष में बैठना मंजूर होगा, लेकिन वो बीजेपी से मिलकर सरकार नहीं बनाएगीं। खास बात यह है कि यूपी में दूसरे चरण के लिए कल जहां-जहां पोलिंग होनी है उनमें मुसलमानों की संख्या 35 फीसदी से ज्यादा है। कुछ सीटों पर तो मुसलमानों की संख्या 50 फीसदी से भी ज्यादा है। आपको बता दें कि अतीत में मायावती सरकार बनाने के लिए बीजेपी से हाथ मिला चुकी हैं।