Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Aug, 2017 11:35 AM
उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में अॉक्सीजन की कमी से हुई बच्चों की मौत पर....
नई दिल्ली\लखनऊ: उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में अॉक्सीजन की कमी से हुई बच्चों की मौत पर राजनीति कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। यहीं कारण है कि लगातार विपक्षी दलों की तरफ से सरकार के खिलाफ बयान दिया जा रहा है। इस बीच शिवसेना ने स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि अगस्त महीने में गरीबों के बच्चे ही क्यों मरते हैं ?
शिवसेना ने इस हादसे को 'सामूहिक बालहत्या' करार दिया है। सामना में लिखा है कि उत्तर प्रदेश में हुआ ये बड़ा हादसा, स्वतंत्रता दिवस का अपमान है। गरीबों के साथ जो हुआ, ये बेहद निंदनीय है। मोदी पर हमला करते हुए सामना में लिखा गया है कि उनकी 'मन की बात' को समझने की बजाय, उनकी वेदनाओं की खिल्ली उड़ाई जाती है, आखिर इस हत्याकांड के लिए जिम्मेदार कौन है? इतना ही नहीं, शिवसेना ने कहा कि केंद्र मे सत्ता परिवर्तन के बावजूद गरीबों के अच्छे दिन नहीं आए।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि पिछले कई सालों से अगस्त के महीने में कई बच्चे गोरखपुर के इस अस्पताल में दिमागी बुखार की चपेट में आकर जान देते है। उन्होंने आंकड़े भी पेश किए। हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर तो नहीं कहा लेकिन, उनकी बात का अर्थ ये ही था कि हर साल अगस्त में बच्चे मरते ही है।