Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Oct, 2017 02:36 PM
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म खान ने शिया-सुन्नी वक्फ बोर्ड के विलय की सम्भावना पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि मैंने खुद मंत्री रहते हुए दोनों बोर्ड के विलय को लागू नहीं किया था। मैं आज भी नहीं चाहता कि दोनों का विलय हो जाए...
लखनऊः समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म खान ने शिया-सुन्नी वक्फ बोर्ड के विलय की सम्भावना पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि मैंने खुद मंत्री रहते हुए दोनों बोर्ड के विलय को लागू नहीं किया था। मैं आज भी नहीं चाहता कि दोनों का विलय हो जाए।
बीजेपी पर साधा निशाना
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि इनका स्तर धीरे-धीरे नीचे गिर रहा है। इस सरकार को यह पता ही नहीं है कि इस तरह का कानून 8-10 वर्ष पहले आया था, लेकिन यूपी में इसे लागू नहीं किया गया था।
नए बोर्ड के गठन पर विचार कर रही सरकार
योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के तमाम आरोपों से घिरी सुन्नी और शिया वक्फ बोर्ड का विलय करने की योजना बना रही है। साथ ही सरकार अलग से एक उत्तर प्रदेश मुस्लिम वक्फ बोर्ड के गठन पर विचार कर रही है। इस बाबत बकायदा शासन से एक प्रस्ताव भी मांगा गया है।
विरोध में उतरे आज़म
प्रदेश के अल्पसंख्यक व वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने बताया कि उनके पास कई लोगों ने यह सुझाव भेजा है, जिसमे कहा गया है कि शिया व वक्फ बोर्ड का विलय कर दिया जाए। एक तरफ जहां योगी सरकार शिया व सुन्नी वक्फ बोर्ड के विलय की योजना बना रही है तो दूसरी तरफ आज़म खान सरकार के इस फैसले के विरोध में उतर आए हैं।