रविशंकर प्रसाद की कांग्रेस, सपा और बसपा को चुनौती: 3 तलाक पर रुख स्पष्ट करें

Edited By ,Updated: 20 Feb, 2017 09:52 AM

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केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज कहा कि 3 तलाक एक ‘घातक सामाजिक प्रथा’ है जिसे कई इस्लामिक देशों में प्रतिबंधित कर दिया गया है और....

इलाहाबाद:केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज कहा कि 3 तलाक एक ‘घातक सामाजिक प्रथा’ है जिसे कई इस्लामिक देशों में प्रतिबंधित कर दिया गया है और उन्होंने मांग की कि कांग्रेस, सपा एवं बसपा इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करें। उन्होंने कहा कि 3 तलाक के मुद्दे पर भाजपा और नरेंद्र मोदी सरकार के रुख को लेकर ढेर सारा विवाद मचा हुआ है। मैं साफ करूं कि बहस हमने नहीं छेड़ी है। उन्होंने कहा कि इस अल्पसंख्यक समुदाय की बहुत सारी महिलाएं इस प्रथा के विरोध में उच्चतम न्यायालय पहुंची थीं। हमने उनका साथ दिया है। केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के हलफनामे में इस बात पर बल दिया गया है कि 3 तलाक एक ऐसा मुद्दा है जिसका संबंध महिलाओं के लैंगिक न्याय, मर्यादा और समानता के अधिकार से है।

3 तलाक पर अपना रुख स्पष्ट करें राहुल अखिलेश और मायावती
उन्होंने कहा कि हमने यह भी कहा था कि संविधान से मिले धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार का मतलब घातक सामाजिक प्रथा को इजाजत देना नहीं है। प्रसाद ने कहा कि अस्पृश्यता की प्रथा संविधान सम्मत नहीं है। धार्मिक कार्यक्रम करा रहा कोई हिंदू वर्षों पुरानी परम्पराओं के नाम पर इस अमानवीय प्रथा के पालन करने पर जोर नहीं दे सकता। उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाएं महसूस करती हैं कि वे इस पश्चगामी प्रथा की पीड़िता हैं और उन्हें उपचार पाने का हक है। भाजपा नेता ने कहा कि ऐसे वक्त में जब उत्तर प्रदेश, जहां बड़ी मुस्लिम आबादी है, में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, हम मांग करेंगे कि राहुल गांधी, अखिलेश यादव और मायावती इस मुद्दे पर अपनी स्पष्ट राय रखें। उन्हें लोगों को बताना चाहिए कि कांग्रेस, सपा और बसपा का इस मामले पर क्या रुख है।

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