Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Sep, 2017 02:57 PM
अापराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए भले ही पुलिस अपने कदम धीरे-धीरे बढ़ा रही हो, लेकिन आइआइटी खड़गपुर के छात्रों के कदम सातवें आसमान पर हैं...
वाराणसीः अापराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए भले ही पुलिस अपने कदम धीरे-धीरे बढ़ा रही हो, लेकिन आइआइटी खड़गपुर के छात्रों के कदम सातवें आसमान पर हैं। दरअसल वाराणसी के आइआइटी छात्रों ने खुद के हुनर के दम पर एक एेसा एेप तैयार किया है, जो आने वाले समय में न सिर्फ आपराधियों की नाक में दम करेगा बल्कि अपराध पर भी लगाम लगाएगा।
बता दें कि छात्रों की टीम ने 'रैंकेथॉन पैनिक' नामक एेप तैयार किया है। यह मोबाइल और डिवाइस दोनों के साथ जुड़ा रहेगा। मुसीबत में जैसे ही कोई व्यक्ति मोबाइल के पावर बटन या डिवाइस को 5 बार दबाता है, तो उसके मोबाइल में जितने भी नंबर होंगे सभी के पास 3 मैसेज चले जाएंगे। पहली चेतावनी, दूसरी जीपीएस लोकेशन और तीसरी 30 सेकेंड की ऑडियो रिकॉर्डिग। यह डिवाइस खासतौर से महिलाओं की सुरक्षा के लिए काफी मददगार साबित हो सकती है।
आइआइटी के बीटेक छात्र अभिषेक सिंह ने बताया कि ये एक एेसी डिवाइस है, जो थ्री टेक्नोलॉजी को मर्ज करता है। मोबाइल के पावर बटन को 5 बार प्रेस करने या फिर हाथ में घड़ी की तरह लगे डिवाइस बटन को दबाने से यह फंक्शन शुरु हो जाता है। साथ ही 30 सेकेंड का अॉटो रिकॉर्डिंग अॉन हो जाता है। जिसके चलते पुलिस स्टेशन के साथ-साथ घर पर रखे सायरन भी बजने लगते है।
अभिषेक ने बताया कि इस डिवाइस से क्राइम कंट्रोल किया जा सकता है। यहीं नहीं इस एेप से मोबाइल नंबर, आधार कार्ड और आइडी भी लिंक होंगे। थानों के संबंध में यह डिवाइस एक निर्धारित क्षेत्रों तक काम करेगा। अभिषेक ने बताया कि 5000 लागत वाले इस एेप को तैयार करने के लिए 150 छात्रों की सहायता के साथ-साथ 3 महीने का समय लगा है। साथ ही वे स्कूल के बच्चों को इस तरह के डिवाइस बनाने के लिए ट्रेनिंग दे रहे है।