Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jul, 2017 04:52 PM
इन दिनों मथुरा में चल रहे मुड़िया मेले पर लोगों का सैलाब उमड़ रहा है। लोग जान की बाजी लगाकर सफर करने को मजबूर है...
मथुराः इन दिनों मथुरा में चल रहे मुड़िया मेले पर लोगों का सैलाब उमड़ रहा है। लोग जान की बाजी लगाकर सफर करने को मजबूर है। ऐसे में अगर हादसा हो जाए तो इस हादसे का जिम्मेदार कौन होगाय़। पर इस सबमें हैरत की बात यह है कि रेलवे प्रशासन को यह सब कुछ दिखाई ही नहीं दे रहा।
ट्रैन के इंजन और छतों पर बैठ कर सफर करने को मजबूर है लोग
दरअसल मथुरा कासगंज पैसिंजर ट्रैन पर लोग अपनी जान जोखिम में डाल कर सफर करने को मजबूर है। लोग ट्रैन के इंजन और छतों पर बैठ कर सफर कर रहे है। वहीं प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। ट्रेन की छत पर सफर करने वाले लोगों को ना तो रेलवे पुलिस रोक रही है और ना ही रेलवे के अधिकारी। लिहाजा यात्री रेल के इंजन पर और रेल की छतों पर बैठकर बेधड़क यात्रा कर रहे हैं।
हर साल इसी तरह का नजारा देखा जाता है
बता दें कि ऐसा नहीं है यह नजारा पहली बार देखा गया है। हर साल इसी तरह का नजारा देखा जाता है, लेकिन रेलवे प्रशासन की हर बार लापरवाही सामने नजर आती है हर वर्ष मुड़िया पूर्णिमा मेले पर रेलवे प्रशासन द्वारा बड़े-बड़े दावे और वादे तो किए जाते हैं, लेकिन वे हर वर्ष खोखले साबित होते है।
लेकिन रेलवे नहीं करता कोई इंतजाम
यात्रियों का कहना है कि लोग जान हथेली पर लेकर सफर कर रहे है हर साल ये मेला आता है, लेकिन रेलवे कोई इंतजाम नहीं करता। रेलवे प्रशाशन को अलग से गाड़ी की व्यवस्था करनी चाहिए। अगर कोई हादसा होता है तो इसका जिम्मेदार रेलवे होगा।