Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jan, 2018 12:52 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दूध उत्पादकों तथा उपभोक्ताओं के हितों का संरक्षण राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में दुग्ध उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहित किए जाने के निर्देश दिए।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दूध उत्पादकों तथा उपभोक्ताओं के हितों का संरक्षण राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में दुग्ध उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दुग्ध नीति का उद्देश्य दुग्ध उत्पादकों की आय में वृद्धि हो और उपभोक्ताओं को उचित मूल्य पर दुग्ध उत्पाद सुलभ कराना होना चाहिए। प्रदेश में दुग्ध समितियों की संख्या बढ़ाई जाए। दूध उत्पादन के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने के साथ-साथ इस क्षेत्र में प्रोत्साहन दिए जाने की व्यवस्था की जाए।
योगी ने ‘उत्तर प्रदेश दुग्ध नीति-2018’ की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि दुग्ध क्षेत्र के उद्यमियों एवं निवेशकों को प्रदेश में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। दुग्ध क्षेत्र में उद्यमियों के निवेश से रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने दुग्ध क्षेत्र में उपलब्ध मानव संसाधन की क्षमता एवं कौशल में वृद्धि किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में अभिनव शोध, विकास तथा तकनीकी उच्चीकरण को बढ़ावा दिया जाए।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। दुग्ध प्रसंस्करण इकाइयों के संचालन के लिए समय पर कार्य योजना तैयार करने के निर्देश देते हुए योगी ने कहा कि प्रसंस्करण इकाइयों में कुशल, ईमानदार और निष्ठावान कर्मचारियों की मदद से पहले दूध एकत्र करने और उसकी बिक्री के संबंध में सभी तैयारी पूरी कर ली जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जिले में डेयरी की स्थापना कर दूध उत्पाद बढ़ाने के लिए पशुपालन को प्रोत्साहित किया जाए।