Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Sep, 2017 03:31 PM
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन के बाहर हंगामा कर रहे....
लखनऊ(अनिल सैनी): उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन के बाहर हंगामा कर रहे सपा कार्यकर्त्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। मेट्रो रेल चलने के साथ ही इसे चलाने का श्रेय लेने की सियासत शुरू हो गई है। सपा ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर लखनऊ मेट्रो रेल को चलवाने का झूठा श्रेय लेने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वास्तव में इस परियोजना का उद्घाटन पिछले साल दिसम्बर में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के हाथों किया जा चुका है।
सपा कार्यकर्त्ता सुबह से ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन के बाहर हंगामा कर रहे थे जिससे आवागमन में लोगों को परेशानियां हो रही थीं। सुरक्षाकर्मियों ने हंगामा काट रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया जिससे वहां पर अफरातफरी मच गई। लाठीचार्ज से वहां भगदड़ मच गई। इस बीच कई सपा कार्यकर्त्ता चोटिल हो गए। इस दौरान मेट्रो स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। हंगामे के चलते ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया। लाठीचार्ज के दौरान उधर से निकलने वाला यातायात भी प्रभावित हुआ।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि मेट्रो रेल परियोजना अखिलेश सरकार की देन है। पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यकाल में ही मेट्रो का काम पूरा हो चुका था और यादव ने परियोजना का उद्घाटन भी कर दिया था। सपा सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना का श्रेय लेने के मकसद से भाजपा सरकार ने बाकायदा आयोजन कर मेट्रो रेल का एक बार फिर उद्घाटन कराया। इससे पता चलता है कि झूठा श्रेय लेने के मामले में योगी सरकार कितनी तेज है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार ट्रांसपोर्ट नगर टर्मिनल से मेट्रो रेल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। इस मौके पर राज्यपाल रामनाईक, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा के अलावा मंत्रिमंडल के कई सदस्य और अधिकारी मौजूद थे। पहले चरण में लखनऊ मेट्रो का संचालन ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग के बीच 6 बजे से शुरू हो गया था।