Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Jan, 2018 02:50 PM
शहर में आवारा कुत्तों का आतंक दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। शहर में कई स्थानों पर अक्सर आवारा कुत्तों के झुंडों को बैठे देखा जा सकता है। आलम यह है कि आवारा कुत्तों...
नोएडाः शहर में आवारा कुत्तों का आतंक दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। शहर में कई स्थानों पर अक्सर आवारा कुत्तों के झुंडों को बैठे देखा जा सकता है। आलम यह है कि आवारा कुत्तों से परेशान होकर लोग सुबह व देर रात को घरों से निकलने से भी कतराने लगे हैं। रेलवे रोड पर भी आवारा कुत्तों की भरमार है जो अक्सर आने-जाने वाले लोगों पर झपट पड़ते हैं।
आवारा कुत्ते ने बच्चों को नोचा
बताया जा रहा है कि 3-4 दिन पहले भी सेक्टर-100 स्थित एक सोसायटी के बाहर आवारा कुत्तों ने एक मासूम को नोंच डाला था। जिसके चलते उसके शरीर में तीन इंच तक गहरे जख्म हो गए थे। लेकिन शायद प्राधिकरण के अधिकारियों की नींद अभी तक नहीं खुली है। इसी के चलते अब शहर की विभिन्न सोसायटियों के लोगों को पैदल सोसायटी से बाहर निकलने में भी डर लगता है।
पूरे जिले में कुत्तों का अांतक
स्थानीय लोगों का कहना है कि वह इस बाबत एसपीसीए (कुत्तों की नसबंदी करने वाली एजेंसी) से कई बार शिकायत भी कर चुके हैं। लेकिन समस्या का स्थाई समाधान नहीं किया गया। सीएमओ द्वारा दिए गए आंकड़ों पर अगर गौर किया जाए तो सिर्फ शहर ही नहीं बल्कि पूरे जिले में कुत्तों का आतंक है। इसके चलते जिलेभर में रोजाना 750 से अधिक लोगों को कुत्ते-बंदर के काटने पर रैबीज का इंजेक्शन लगवाना पड़ता है।
अस्पताल में मरीजों का लगा तांता
इसमें अकेले जिला अस्पताल में ही रोजाना 370 से 400 लोग रैबीज का इंजेक्शन लगवाने पहुंच रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा मामले कुत्तों के काटने से पहुंच रहे हैं। इसके बाद बंदर, चूहा व चमगादड़ भी लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। पीड़ितों में बच्चे और बूढ़े लोगों की तादाद ज्यादा है। वहीं कई मामले ऐसे भी हुए हैं, जहां आवारा कुत्तों ने मासूम बच्चों को बुरी तरह नोंच डाला।