Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jul, 2017 05:19 PM
वित्त विहीन शिक्षकों की विधानसभा को घेरने के दौरान हुए लाठीचार्ज मामले की गूंज आज यूपी विधानपरिषद में भी सुनने को मिली....
लखनऊः वित्त विहीन शिक्षकों की विधानसभा को घेरने के दौरान हुए लाठीचार्ज मामले की गूंज आज यूपी विधानपरिषद में भी सुनने को मिली। विपक्षी सदस्यों ने शिक्षकों पर लाठीचार्ज को लेकर जमकर हंगामा किया।
योगी सरकार कर रही शिक्षकों का दमनः सपा
बता दें कि इस दौरान सपा के एमएलसी वित्तविहीन शिक्षकों के समर्थन में उतर आए। उन्होंने यूपी सरकार पर शिक्षकों के दमन का आरोप लगाया। वहीं इस मामले में विधान परिषद में प्रदेश के डिप्टी सीएम और कैबिनेट मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार खुले मन से मामले पर चर्चा को तैयार है। सरकार विसंगति को दूर करने के लिए तैयार है।
विस्फोटक मामले की दोनों सदनों में क्यों नहीं हुई चर्चा
इसके अलावा विधानसभा में विस्फोटक मामले में सपा के एमएलसी सुनील सिंह साजन ने दोनों सदनों में चर्चा की मांग की। उन्होंने कहा कि सदन में मिली वस्तु अगर विस्फोटक है तो दोनों सदनों में चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार मुद्दे पर चर्चा की बजाए मामले पर भटकाना चाह रही है
शिक्षकों पर हुआ था लाठीचार्ज
दरअसल मंगलवार को उत्तर प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों का मानदेय खत्म किए जाने के विरोध में शिक्षकों ने यूपी विधानसभा घेरने की कोशिश की थी। इस दौरान पुलिस और शिक्षक नेताओं में जमकर धक्का-मुक्की हुई। बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को नियंत्रित किया।
योगी सरकार ने शिक्षकों का मानदेय किया समाप्त
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालयों के 87 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को पढ़ाने वाले शिक्षकों को अखिलेश सरकार ने मानदेय देना शुरू किया था, इसे अब योगी सरकार ने समाप्त कर दिया है।