Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Nov, 2017 10:07 AM
आरएसएस नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं पर होने वाले जानलेवा हमले थमने का नाम नहीं ले रहे। इसी क्रम मेरठ में आरएसएस कार्यकर्ता सुनील गर्ग का शव रविवार रात एक बोरे में बंद नाले ...
मेरठः आरएसएस नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं पर होने वाले जानलेवा हमले थमने का नाम नहीं ले रहे। इसी क्रम मेरठ में आरएसएस कार्यकर्ता सुनील गर्ग का शव रविवार रात एक बोरे में बंद नाले के पास मिला। जिसके बाद से पुरे पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं इस घटना के बाद से शहर के कारोबारी भी गुस्से हैं। बता दें कि सुनील गर्ग लोहे का कारोबार भी करते थे और RSS से जुड़े हुए थे।
दरअसल सुनील गर्ग देवीनगर के रहने वाले हैं। वह लोहे का कारोबार करते थे। सुनील बीजेपी और आरएसएस कार्यकर्ता भी थे। जानकारी के अनुसार रविवार सुबह 10 बजे सुनील ने अन्य लोगों के साथ सूरजकुंड वार्ड से बीजेपी उम्मीदवार राजकुमार के पक्ष में जनसंपर्क किया।
जिसके बाद वह देर शाम जब वह घर नहीं लौटे। उनका फोन भी कवरेज एरिया से बाहर होने का संदेश देता रहा। परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। उसके बाद उनके भाई संजीव ने सिविल लाइन थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। फिर पुलिस टीम सुनील की तलाश में जुट गई। पुलिस को जानकारी हुई कि मंगलपांडे नगर के पास एक बोरे में किसी का शव बरामद हुआ है। डेडबॉडी की शिनाख्त सुनील गर्ग के तौर पर हुई।
वहीं एसपी सिटी मानसिंह के का कहना है कि चेहरे पर धारदार हथियार से वार के निशान हैं। सुनील की बाइक एक हॉस्पिटल की पार्किंग में मिली है, जबकि शव मेडिकल थाना इलाके में नाले के पास मिला है।सीसीटीवी फुटेज चेक किए जा रहे हैं। सुनील लोहे का कारोबार करते हैं। उन्होंने कुछ लोगों से उधार में सरिया दिया था। पुलिस रंजिश और कारोबार में पैसों के लेन-देन को लेकर जांच कर रही है।