Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Oct, 2017 04:05 PM
वाराणसी में दीपावली से ठीक एक दिन पहले भगवान श्रीराम की आरती उतारने वाली मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ देवबंद के उलेमाओं ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। जिसके चलते उन्होंने फतवा जारी करते हुए कुछ महिलाओं को इस्लाम से खारिज कर दिया है...
सहरानपुरः वाराणसी में दीपावली से ठीक एक दिन पहले भगवान श्रीराम की आरती उतारने वाली मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ देवबंद के उलेमाओं ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। जिसके चलते उन्होंने फतवा जारी करते हुए महिलाओं को इस्लाम से खारिज कर दिया है।
दारूल उलूम जकरिया मदरसे के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती शरीफ खान ने कहा कि इस्लाम में शरीयत पूरी दुनिया के लिए एक ही है। शरीयत के अनुसार अगर वो मुसलमान है तो उसको सिर्फ अल्लाह की पूजा करनी चाहिए। इस्लाम में सिर्फ अल्लाह की इबादत करने की इजाजत है, अगर कोई उसको छोड़कर किसी और की आरती करेगा तो वो इस्लाम से खारिज हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस्लाम में अल्लाह के इलावा किसी दूसरे मजहब के साथ मोहब्बत और नरमी तो बरती जा सकती है, लेकिन पूजा नहीं की जा सकती। इसलिए बेहतर है कि वह अपनी गलती मानकर दोबारा कलमा पढ़कर इस्लाम में दाखिल हों।