Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 04:35 PM
अक्सर बिजली विभाग के लापरवाही के किस्से पढने और सुनने को मिलते है, लेकिन उत्तर प्रदेश के शामली में विभाग ने लापरवाही के झंडे गाड़ दिए है....
शामलीः अक्सर बिजली विभाग के लापरवाही के किस्से पढने और सुनने को मिलते है, लेकिन उत्तर प्रदेश के शामली में विभाग ने लापरवाही के झंडे गाड़ दिए है। यहां एक किसान को विभाग ने महज एक महीने के बकाया धनराशि पर इतना बड़ा बिल थमा दिया है कि जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। वहीं अब इस विभागीय लापरवाही के लिए पीड़ित आला अधिकारियों के पास चक्कर लगा रहा है, लेकिन उसकी फरियाद सुनने की कोई जहमत तक नहीं उठा रहा।
विभाग ने भेजा 56 करोड़ का बिजली का बिल
दरअसल मामला कांधला थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी दौलत का है। जहां पर हारून नाम का युवक खेती का काम करता है। हारून को बिजली विभाग ने 56 करोड़ का बिजली का बकाया बिल भेजा है, लेकिन हारून का कहना है कि वो अपना बिल समय से देता आया है। उस पर केवल एक माह का बिल बकाया है।
किसान ने कहा केवल एक माह का बिल है बकाया
आलम यह है कि बिजली विभाग के इस लापरवाह रवैये से परिवार गमजदा है और अधिकारियों के पास बिल ठीक करवाने को लेकर दर-दर भटकने को मजबूर है। वहीं कोई भी अधिकारी हारून की बिपदा सुनने को तैयार नही है। जिस पर अब किसान परिवार ने मीडिया से इंसाफ की गुहार लगाई है।
हमारे घर में बिजली के इतने उपकरण ही नहींः किसान
उधर विभाग के कर्मचारी लगातार हारून के घर जाकर बिजली का बकाया भुगतान जमा कराने की बात कह रहे है। बिजली का बिल जमा करने के लिए किसान को 15 दिन का समय दिया गया है। अगर किसान के परिवार की बात करे तो परिवार में 8 सदस्य है।
इतना बिल तो मिलों का भी नहीं आता
पीड़ित के मानें तो उसके घर में एक मोबाइल टावर व एक फ्रिज, एक मशीन 2 छत के पंखे, इलेक्ट्रिक प्रेस व अन्य उपकरणों को मिला कर केवल 9 उपकरण है। किसान का बिजली बिल महीने का तीस हजार से पेतीश हजार आता था, लेकिन इस बार बिल 56 करोड़ रु का है।
अब एेसे में सवाल यह उठता है कि मात्र चन्द इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के जरिए कोई 56 करोड़ का बिल कैसे कर सकता है। जबकि बड़ी फैक्ट्री व बड़ी मिलो में भी 56 करोड़ का बिल सालाना नही आता।