Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Sep, 2017 04:16 PM
उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में राष्ट्रीय गौड़ महासभा की जिला इकाई द्वारा एक सम्मेलन का आयोजन किया गया।...
मऊः उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में राष्ट्रीय गौड़ महासभा की जिला इकाई द्वारा एक सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें संगठन ने प्रदेश सरकार के खिलाफ हुंकार भरी कहा की 2002 में केंद्र सरकार ने गौड़ जाती को अनुसूचित जन जाती में सम्मलित किया था लेकिन बीजेपी सरकार के अधिकारी हमारे पिछड़ी जाती का प्रमाण पत्र नहीं बना रही है। जिससे हमें सरकारी लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है।
प्रदेश की भाजपा सरकार ने चुनाव में वादा किया था कि सरकार में आने के बाद हमारे प्रमाण पत्र के साथ हमारी समस्याओं को सुना जाएगा लेकिन सरकार बनने के बाद भाजपा अपना वादा भूल गई। यदि सरकार ने गौड़ जाती को पिछड़ी जन जाति में शामिल नही किया तो आगामी दिनों में हम सडको पर उतर कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंंगे और सरकार को विवश कर देंगे कि वह हमारी मांगो को पूरा करे।
वहीं गौड़ महासभा ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि 5 हज़ार रुपये जाती प्रमाण पत्र के नाम पर रिश्वत मांगी जाती है। तब जाकर प्रमाण पत्र बनाया जाता है।