Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Feb, 2018 08:28 AM
बसपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री और राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ताजनगरी आगरा में जल्द ही बसपा के हाथी को जोर का झटका धीरे से देंगे। इसके अतिरिक्त आगरा के 2 पूर्व विधायक और एक पूर्व एमएलसी बसपा के हाथी की सवारी छोड़ कांग्रेस का हाथ थामेगा।
आगरा: बसपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री और राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ताजनगरी आगरा में जल्द ही बसपा के हाथी को जोर का झटका धीरे से देंगे। इसके अतिरिक्त आगरा के 2 पूर्व विधायक और एक पूर्व एमएलसी बसपा के हाथी की सवारी छोड़ कांग्रेस का हाथ थामेगा।
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों की अगर मानी जाए तो आगरा में सिद्दीकी का अच्छा खासा नैटवर्क है लेकिन अभी हालात ‘तेल देखो और तेल की धार देखो’ वाली है, जिसके बाद हाथी की कमर में चोट लगना तय है। जानकार बताते हैं कि जिस दिन नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने सूबे की राजधानी लखनऊ में कांग्रेस का हाथ थामा था उसी दिन आगरा के 2 पूर्व विधायक और एक पूर्व एमएलसी को भी कांग्रेस के हाथ का साथ थामना था लेकिन इन्हें होल्ड पर रखा गया था परंतु अब हाईकमान का इशारा मिलते ही जल्द ही इन्हें पार्टी ज्वाइन करवाई जाएगी।
जानकारों के मुताबिक यह सारा गेम प्लान कांग्रेस के एक सांसद के द्वारा किया गया है जोकि ताजनगरी आगरा में सीकरी लोकसभा से देश की संसद में जाने का दिवास्वपन पाले हुए हैं। इन सांसद को लगता है कि अगर 2019 में सपा, कांग्रेस और रालोद का गठबंधन बना तो सीकरी में विजय श्री उनके हाथ लग सकती है, यही वजह है कि वह अभी से तैयारियों में जुट गए हैं।
यूपी में भवन में ठहरी थी त्रिमूर्ति
कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक ताजनगरी आगरा में जिन त्रिमूर्ति यानी 2 पूर्व विधायक और एक पूर्व एमएलसी को कांग्रेस में शामिल होना था, वे उस दिन राजधानी लखनऊ के यूपी भवन में ठहरे हुए थे लेकिन कार्यक्रम में उन्हें बुलाया नहीं गया था और वे यूपी भवन में ही रुके रहे। सूत्र इस बात को पुख्ता करते हैं कि यदि सिद्दीकी का इशारा मिला होता तो वह भी तुरंत हाथ का साथ थाम लेते लेकिन दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है, की कहावत को अंजाम देकर सिद्दीकी तेल देखो और तेल की धार देखो में लगे हुए हैं व हाथी को भीतर ही भीतर कमजोर करने की रणनीति बना रहे हैं।