Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Mar, 2018 02:49 PM
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक वर्ष के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था देने के साथ ही विकास की राजनीति को आगे बढ़ाने का दावा किया। उन्होंने दावा करते हुए कहा है कि उनकी सरकार ने जातिवाद, परिवारवाद, व्यक्तिवाद और...
लखनऊः यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक वर्ष के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था देने के साथ ही विकास की राजनीति को आगे बढ़ाने का दावा किया। उन्होंने दावा करते हुए कहा है कि उनकी सरकार ने जातिवाद, परिवारवाद, व्यक्तिवाद और मजहब की राजनीति से ऊपर उठकर सबके लिए काम किया है।
योगी ने कहा कि उनकी सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल में राज्य में अमन चैन कायम रहा है और वह विश्वास के साथ कहते हैं कि दूसरा साल और अच्छा रहेगा,क्योंकि सरकार जाति, परिवार और पंथ से ऊपर उठकर सबके लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव में मिली हार से उन्होंने सबक लिया है। सबक लेने के बाद अब वह कह सकते हैं कि आने वाले चुनाव भारतीय जनता पार्टी के होंगे।
उन्होंने दोहराया कि अतिआत्मविश्वास की वजह से दोनों सीटों पर हार मिली है। हार से सबक लेकर अब हम जीत की ओर बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि यह सही है कि गोरखपुर लोकसभा सीट पर भाजपा लगातार 8 बार जीती है लेकिन उपचुनाव में उनके मंदिर गोरक्षपीठ से उम्मीदवार नहीं होना उपचुनाव में हार का कारण नहीं है। उनका कहना था कि भाजपा समर्थक मतदाता वोट डालने ही कम निकले, इसलिए भाजपा वहां हार गई। गोरखपुर का हर भाजपा प्रत्याशी मंदिर का प्रतिनिधि होता है।
योगी ने कहा कि पिछले वर्ष विषम परिस्थितियों में उन्हें सत्ता मिली थी। एक वर्ष में प्रदेश की छवि को बदलने में लग गया। नई पहचान दिलाई और विकास योजनाओं को गति दी। सुरक्षा की गारन्टी दी गई। निवेश का माहौल बना। जातिवाद और परिवार की राजनीति से ऊपर उठकर विकास की नीति स्थापित हुई। किसानों के हित में 37 लाख टन से अधिक गेहूं की खरीद हुई। 35 लाख टन से अधिक धान खरीदा गया। गन्ना किसानों का भुगतान हुआ।
उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले तैयार संकल्प पत्र के अनुसार उनकी सरकार काम कर रही है। उपचुनाव को वह जनादेश नहीं मानते लेकिन हार, हार होती है। हर हार से सबक लेना चाहिए। भाजपा ने सबक लिया है और कमियों को सुधार कर आगे बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुठभेड़ों को फर्जी बताने वाले लोग इसमें शहीद हुए जवानों का अपमान कर रहे हैं। पुलिस गोली का जवाब गोली से ही देगी। हाथ जोड़कर अपराधी को अपराध करने से नहीं रोका जा सकता।