Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Nov, 2017 10:20 AM
एक तरफ जहां विपक्षी पार्टियां नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर तरह-तरह की बयानबाजी कर रही हैं। वहीं दूसरी तरफ बरेली के एक मुस्लिम युवक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले की सराहना की है। दरअसल प्रेमनगर के शाहबाद मोहल्ले के रहने वाले समाजसेवी...
बरेली: एक तरफ जहां विपक्षी पार्टियां नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर तरह-तरह की बयानबाजी कर रही हैं। वहीं दूसरी तरफ बरेली के एक मुस्लिम युवक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले की सराहना की है।
दरअसल प्रेमनगर के शाहबाद मोहल्ले के रहने वाले समाजसेवी गुलफ़ाम अंसारी ने नोटबंदी के फैसले को एक साल पूरा होने पर अपने खून से प्रधानमंत्री को सलाम लिखा। उनका कहना है कि यह एक एेतिहासिक फैसला था, जो कोई प्रधानमंत्री नहीं ले पाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस फैसले को लिया और वो उन्हें सलाम लिखते हैं। वो इस फैसले का शुरू से स्वागत करते आए हैं क्योंकि इससे कालाधन रखने वाले बेनकाब हुए हैं।
गुलफ़ाम का कहना है कि नोटबंदी से भले ही जनता परेशान हुई, लेकिन इस फैसले से काले धन का खुलासा हुआ है। नोटंबदी के फैसले के बाद पीएम ने लोगों से कैशलेस पेमेंट करने की अपील की थी। लोगों ने इसे स्वीकार भी किया है। देश में कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा मिला है।