Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Sep, 2017 05:22 PM
मऊ के चर्चित हत्याकांड मन्ना सिंह मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने 27 तारीख नियत की है....
मऊः मऊ के चर्चित हत्याकांड मन्ना सिंह मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने 27 तारीख नियत की है। बताया जा रहा है कि किसी तकनीकी कारणों से अगली तारीख का एेलान हुआ है। बता दें कि मुख्तार अंसारी को आज बांदा जेल से कोर्ट में पेश होना था।
वहीं मुख्तार अंसारी को लेकर भारी संख्या में फोर्स बल तैनात किया गया था। सरकारी अधिवक्ता ने बताया है कि मन्ना सिंह हत्याकांड के मामले में आज फैसला होना था, लेकिन तकनीकी कारणों से अगली तारीख 27 सितम्बर को नियत की गई है।
इन-इन पर है आरोप
उल्लेखनीय है कि इस मामले में मऊ सदर के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी समेत दर्जनों आरोपी बनाए गए हैं। इसके अलावा उमेश सिंह, रजनीश सिंह, संतोष सिंह, राकेश कुमार पांडेय, अमरेश कन्नौजिया , अनुज कन्नौजिया, राजू उर्फ जामवंत कन्नौजिया, विनय सिंह,उपेंद्र सिंह, अरविंद यादव और कमलेश यादव भी आरोपी हैं।
29 अगस्त 2009 को हुई थी हत्या
गौरतलब है कि ठेकेदार मन्ना सिंह व उसके साथी राजेश राय की 29 अगस्त 2009 को नगर कोतवाली क्षेत्र के नरई बांध स्थित यूनियन बैंक की शाखा के पास मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जबकि गोलीबारी में गाड़ी का चालक शब्बीर घायल हो गया था। इस मामले में वादी मुकदमा हरेंद्र सिंह की तहरीर पर कोतवाली नगर में मऊ के सदर विधायक मुख्तार अंसारी हनुमान पांडे समेत 11 लोगों को आरोपी बनाया गया था। कहा जाता है कि वर्चस्व की जंग में मन्ना सिंह की हत्या हुई थी। सरकारी ठेकों में मन्ना सिंह बाहुबली मुख्तार अंसारी को लगातार चुनौती दे रहे थे, इसी वजह से उनकी हत्या की गई। इस मामले में गवाह राम सिंह मौर्या की भी हत्या हो चुकी है।