Edited By ,Updated: 20 May, 2017 02:49 PM
सीतापुर में एक बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक मां ने बच्चे के दर्द से परेशान होकर अपने बेटे और खुद की जीवन लीला समाप्त कर ली..
सीतापुरः सीतापुर में एक बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक मां ने बच्चे के दर्द से परेशान होकर अपने बेटे और खुद की जीवन लीला समाप्त कर ली। सूचना पर आई पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। गांव वालों के मुताबिक, बच्चे के इलाज को लेकर उसकी मां अक्सर परेशान रहती थी।
बच्चे को थी रक्त स्त्राव की थी भयंकर बीमारी
दरअसल यह मामला सीतापुर के कमलापुर थाना क्षेत्र के गवैया गांव का है। गांव में लालता अपनी पत्नी राजकुमारी के साथ रहता था। दो साल पहले लालता और राजकुमारी को एक बच्चा हुआ, जिसका नाम शोभित रखा गया। इस बच्चे को हीमोफीलिया नामक बीमारी थी। इस बीमारी से चोट लगने पर शेभित के शरीर से बहुत अधिक खून निकलता था। साथ ही बच्चे को काफी दर्द भी होता। शोभित की बीमारी की वजह से लालता और राजकुमारी (35) बहुत परेशान रहते थे। इस बीमारी का इलाज कराने का लालता ने बहुत प्रयास किया लेकिन बेटे को कोई फायदा नहीं हुआ।
बेटे को गोद में लेकर मां ने लगा ली आग
इसी बीच घर के बाहर खेलते समय शोभित को चोट लग गई। चोट लगने से उसके शरीर से तेजी से खून बहने लगा। शोभित दर्द की वजह से रोने लगा। बेटे के बहते खून और दर्द को देखकर राजकुमारी उसे गोद में उठाकर घर के अंदर चली गई। थोड़ी ही देर बाद घर के अंदर से चीख-पुकार की आवाज आने लगी। शोर सुनकर गांव के छोटेलाल व सैफू अंदर घुस गए, जहां देखा कि आग की लपटों से घिरी राजकुमारी ने शोभित को गोद में ले रखा था। इन लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया तभी लालता भी घर पहुंच गया।
जलकर हुई दोनों की मौत
कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तबतक राजकुमारी की मौत हो चुकी थी। आनन-फानन में शोभित को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। पुलिस को राजकुमारी के पिता कालीचरन ने तहरीर दी है, जिसमें आत्महत्या की वजह शोभित की बीमारी को बताया गया है।