Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 02:44 PM
दुनिया में आई एक नवजात ने ठीक से अपनी आंख भी नहीं खोली थी कि एक माता कुमाता बन गई। ताजा मामला बागपात का है, जहां एक मां ने मात्र 2 घंटे की नवजात को मरने के लिए झाड़ियों में फेंक दिया...
बागपत(विवेक कौशिक): दुनिया में आई एक नवजात ने ठीक से अपनी आंख भी नहीं खोली थी कि एक माता कुमाता बन गई। ताजा मामला बागपात का है, जहां एक मां ने मात्र 2 घंटे की नवजात को मरने के लिए झाड़ियों में फेंक दिया। कुत्ते और कौंवे नवजात बच्ची को नोंचने के लिए दौड़े तो एक व्यक्ति उसके लिए फरिश्ता बनकर आया और उसने उसकी जान बचा ली।
बता दें कि बड़ौत में दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे पर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल के पीछे झाड़ियों में एक नवजात को कुछ कुत्ते चाट रहे थे। इसी बीच नवजात बच्ची ने किलकारी मारी तो वहां से गुजर रहे जगदीश शर्मा दौड़ पड़े और लाठी-डंडों के बल पर कुत्तों को भगाकर उसकी जान बचा ली।
नवजात का किया नि:शुल्क उपचार
उन्होंने शोर भी मचाया कि बच्ची किसकी है, लेकिन काफी देर तक कोई मौके पर नही पहुंचा। आनन-फानन में जगदीश नवजात को लेकर कस्बे के एक प्राइवेट अस्पताल में पहुंचे और उसका उपचार कराया। चाइल्ड स्पेशलिस्ट डा. पवन जैन और उनकी पत्नी डा. सुनीता जैन ने नवजात का नि:शुल्क उपचार किया।
2 घंटे पहले ही दुनिया में रखा है कदम
डॉक्टरों ने बताया कि नवजात ने करीब 2 घंटे पहले ही दुनिया में कदम रखा है। दूसरी तरफ बच्ची को गोद लेने के लिए दंपतियों में होड़ मच गई है। फिलहाल जगदीश के परिजनों के पास नवजात बच्ची सुरक्षित है और वो ही इस बच्ची को अपना नाम देने की बात कर रहे है।