Edited By ,Updated: 23 May, 2017 02:11 PM
उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर में दिल को झक जोर देने वाला मामला सामने आया है....
कानपुरः उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर में दिल को झक जोर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पहले तो एक महिला की संदिग्ध परिस्तथियों में मौत हो जाती है और बाद में मृतिका की 4 महीने की मासूम बच्ची को उसके परिजनों और ननिहाल वालों ने अपनाने से इनकार कर देते है। काफी हंगामे के बाद गांववालों ने जबरदस्ती बच्ची को उसके नाना को थमा दिया। मायके वालों का आरोप है कि बेटी की दहेज के लिए हत्या की गई है।
दहेज के लिए दे दी मेरी बेटी की बलिः पिता
इस मामले में मृतिका के पिता सियाराम के मुताबिक उनकी बेटी की शादी 23 अप्रैल 2016 को कानपुर निवासी अमरनाथ के बेटे सियाराम से हुई थी। शादी के 6 महीने बाद बेटी मायके आ गई थी। नवरात्रि के समय वापस ससुराल गई। ससुराल के लोग 50 हजार रुपए मांग रहे थे। जब रुपए नहीं दिए तो उन लोगों ने उसको फांसी पर लटका दिया।
मृतिका ने की है आत्महत्याः गांव निवासी
वहीं मोहल्ले की रहने वाली उषा ने बताया, ''यहां अमरनाथ का परिवार रहता है। उन्होंने अपने बेटे की शादी एक साल पहले की थी। उनकी बहू वंदना की अभी 4 महीने पहले बेटी हुई थी। किसी कारण से उसने सुसाइड कर लिया। इसके बाद उसके परिजनों ने ससुराल वालों पर दहेज और हत्या का केस दर्ज कराया है।''
पुलिस ने किया ससुराल वालों को गिरफ्तार
घटना के बाद पुलिस ने सियाराम, उसके पिता और मां को थाने ले गई। दूसरी तरफ, बच्ची को अब ननिहाल वाले भी अपनाने से इनकार कर दिया। घर में अब कोई नहीं है, जो बच्ची की देखभाल कर सके। इसलिए हम लोगों ने मायके वालों को जबरदस्ती बच्ची थमा दिया।''
मृतिका के ससुराल वालों का है ये आरोप
मृतका के ससुर अमरनाथ ने बताया, शादी के बाद वंदना अधिकतर मायके में ही रहती थी। बीते नवरात्रि को ससुराल आई थी, लेकिन फिर मायके में रहने की जिद करने लगी। इसपर पति सियाराम ने उसे मायके जाने से मना कर दिया। इसी वजह से उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी?
कैंट सीओ ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया, सियाराम की पत्नी वंदना ने फांसी लगा कर सुसाइड किया है, लेकिन परिजनों ने उसकी हत्या और दहेज का आरोप लगाया है। ऐसे में आरोपी और उसके माता-पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सियाराम की एक 4 महीने की बच्ची है, जिसे वंदना के घर वाले रखने को तैयार नहीं थे। ऐसे में मोहल्ले के लोगों ने जबरदस्ती उन्हें बच्ची सौंप दी है। बच्ची अभी फिलहाल अपने नाना के पास है।