Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jul, 2017 05:05 PM
वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह देश के सबसे बड़े राज्य में....
लखनऊ: वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह देश के सबसे बड़े राज्य में पार्टी की नई स्फूर्ति भरने के लिए अपने 3 दिवसीय दौरे पर आगामी 29 जुलाई को उत्तर प्रदेश आ रहे हैं। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी को मजबूती देेने के लिए शाह पूरे देश का भ्रमण कर रहे हैं। इस 92 दिन के दौरे को ‘प्रवास’ नाम दिया गया है। इस दौरान वह पार्टी कार्यकर्त्ताओ से मिलकर जनता की नब्ज टटोलने में लगे हैं।
पार्टी के प्रदेश महासचिव विजय बहादुर पाठक ने बताया कि इस दौरान शाह पार्टी के कार्यकर्त्ताओ और वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने बताया कि शाह पहले दिन मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों से मुलाकात करेंगे। उसके बाद अगले 2 दिन पार्टी के जिलाध्यक्षों, राज्य कार्यकारिणी के सदस्यों तथा विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्षों और अन्य लोगों से मुलाकात करेंगे।
शाह के साथ बैठक में मुख्यमंत्री योगी, उनके मंत्रिमंडल सहयोगी, दोनों उपमुख्यमंत्री तथा उनके सहयोगी पार्टी के मुखिया भाग लेंगे। शाह की होने वाली बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मुख्यमंत्री सभी मंत्रियों तथा विधायकों को अधिकारियों के स्थानान्तरण तथा उनके मामले में दूरी बनाए रखने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद बुंदेलखंड क्षेत्र से विधायक अशोक सिंह चंदेल ने राज्य विधानसभा में कहा कि सत्तारूढ के सदस्यों की हालत विपक्ष के सदस्यों से बदतर हो गई है। अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं।
वहीं दूसरी ओर प्रदेश के मंत्री और भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भी भाजपा अध्यक्ष के सामने गाजीपुर के जिलाधिकारी को हटाए जाने की मांग रख सकते हैं। राजभर ने मुख्यमंत्री से जिलाधिकारी को हटाए जाने की मांग की थी जो अभी तक पूरी नहीं हुई। राजभर ने इस मामले में पहले धरना देने की धोषणा की थी। बाद मेें मुख्यमंत्री से मिलने के बाद इस मामले को वापस ले लिया था।
भाजपा अध्यक्ष पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से व्यक्तिगत तौर पर मिलकर विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत मिलने के बाद की स्थिति का आंकलन करेंगे। पार्टी को और मजबूत कर आगे की रणनीति तैयार करेंगे। शाह राष्ट्रीय लोकतांत्रित गठबंधन के सहयोगी दलों, अपना दल और भारतीय समाज पार्टी के नेताओं से भी अलग से मुलाकात करेंगे। इसके बाद शाह के उत्तर प्रदेश में तीन दिवसीय दौरे पर आने की उम्मीद है, हालांकि अभी इस बारे में किसी कार्यक्रम की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।