Edited By ,Updated: 27 Apr, 2017 04:51 PM
लोकपाल की नियुक्ति के सम्बन्ध में उच्चतम न्यायालय फैसले का स्वागत करते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आज कहा....
लखनऊ : लोकपाल की नियुक्ति के सम्बन्ध में उच्चतम न्यायालय फैसले का स्वागत करते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आज कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई करने के मामले में अपनी ईमानदारी व नेक नीयत दिखाने वाली केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को देश में लोकपाल संस्था स्थापित करके प्रथम लोकपाल की नियुक्ति करनी चाहिए।
मायावती ने कहा कि केन्द्र सरकार के उच्च पदों पर भ्रष्टाचार के उन्मूलन के रुप में ”लोकपाल” जैसी संस्था स्थापित करने के लिये पूरे देश में एक आम राय बनी थी, जिसके बाद 2013 में लोकपाल कानून बनाया गया था, जो जनवरी 2014 से लागू है मगर नरेन्द्र मोदी सरकार ने किसी न किसी बहाने से इस महत्वपूर्ण कानून को पिछले लगभग 3 वर्षों से पूरी तरह से ठण्डे बस्ते में डाल रखा है।
उन्होने कहा कि लोकपाल को लेकर केन्द्र की नकारात्मक प्रवृत्ति के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का आज का फैसला काफी महत्वपूर्ण है और अब केन्द्र सरकार को बिना कोई देरी किये हुये इस मामले में सही कार्यवाही तत्काल शुरू कर देनी चाहिये।
वहीं बसपा अध्यक्ष ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार अपने को ईमानदार और बाकी सभी को गलत व बेईमान जाहिर करने के लिए सत्ता के दुरूपयोग के साथ-साथ नई-नई साजिशे भी लगातार करती रहती है, लेकिन ”लोकपाल” बनाकर संस्थागत आधार पर भ्रष्टाचार से सामूहिक तौर पर लडऩे के मामले में हमेशा कन्नी काटती रही है, जिससे सरकार की मंशा व ईमानदारी पर गंभीर सवाल उठना स्वाभाविक है। उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार अब अपनी जिद व अहंकार को छोड़कर तत्काल माननीय न्यायालय के फैसले पर अमल करते हुये लोकपाल की नियुक्ति करें।