Edited By ,Updated: 01 Dec, 2015 08:15 PM
जिले में हो रहे पंचायत चुनाव में दो बूथों पर जमकर हुए बवालों ने पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़ा कर दिया है। पुलिस प्रशासन ने दावे तो काफी किए थे लेकिन...
मऊ(विवेक त्रिपाठी): जिले में हो रहे पंचायत चुनाव में दो बूथों पर जमकर हुए बवालों ने पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़ा कर दिया है। पुलिस प्रशासन ने दावे तो काफी किए थे लेकिन आज हुए इन बवालों ने सारे दावों की पोल खोल कर रख दी। जानकारी के अनुसार पहला मामला घोसी ब्लाक के रामनिधि मिश्राली में जमकर पत्थरबाजी का है। जिसे पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शांत कर दिया। लेकिन वहीं दूसरा मामला भी घोसी ब्लाक के बरईपार बूथ पर देखने को मिला। जहां पर प्रधान पद के उम्मीदवार रामसमुझ यादव के समर्थकों ने पथराव करते हुए चुनाव को बीच में ही रोक दिया।
इस पथराव में आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही डीएम और एपी मौके पर पहुंचे और मतदान को शुरु करवाया। बताया जा रहा है कि यहां पर दो प्रधान पद उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच वोट को लेकर कहासुनी हो गई थी। यहां के प्रधान पद के उम्मीदवार रामसमुझ यादव ने अपने विरोधी प्रत्याशी के वोटरों को वोट देने से रोक दिया। जिससे लोग भड़क गए और मामला हाथापाई तक जा पहुंचा। रामसमुझ यादव और उनके समर्थको ने पत्थर बरसाने शुरु कर दिए जिसमें काफी लोग घायल हो गए।
पत्थरबाजी की इस घटना से गांव में दहशत का माहौल बन गया और मतदान बीच में ही रुक गया। घटना की जानकारी मिलते ही डीएम और एसपी मौके पर पुलिस फोर्स लेकर पहुंचे और मामले को संभाला। डीएम और एसपी ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करते हुए एक महिला को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन महिला को बाद में छोड़ दिया गया। पुलिस का कहना है कि अगर कोई ऐसी घटना को अंजाम देता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।