Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jul, 2017 12:55 PM
अक्सर वीआईपी चीजों से दूर रहने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ क्यों सवालों के घेरे में आ जाते है।
लखनऊ: अक्सर वीआईपी चीजों से दूर रहने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ क्यों सवालों के घेरे में आ जाते है। वैसे तो उनको चलने के लिए महंगी एसयूवी भी नहीं चाहिए लेकिन अगर वो एक शहीद के परिजनों से मिलने जाएंगे तो उनको चलने के लिए कार्पेट बैठने के लिए केसरिया रंग के महंगे सौफे, कूलर आदि चीजों की व्यवस्था की जरुरत होती है। सूचना मिली है कि शहीद के परिजनों से मिलने से पहले वीवीआई व्यवस्था कराई गई।
मामला कश्मीर हमले में शहीद हुए साहब शुक्ला के घर का है। उनके परीजनों से मिलने के लिए जब योगी उनके आवास पहुंचे तो वहां पूरा वीवीआईपी इंतजाम करा दिया गया था। वहां उनके परिजनों से मिलने के बाद उन्होंने संवेदना व्यक्त की और मुआवजे के तौर पर 6 लाख रुपए का चेक दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम के स्वागत के लिए शहीद के घर लाल रंग का कार्पेट, उनके पसंद के महंगे केसरिया रंग के सोफे और कूलर का विशेष इंतजाम कराया गया।
इस बारे में जब शहीद के बेटे सौरभ शुक्ला से बात की तो उसने बताया कि सीएम योगी के आने से पहले उनके घर ये विशेष इंतजाम कराए गए। सभी सड़कों को साफ कराया गया। इसके साथ ही सौरभ ने आगे बताया कि उनको इस बात की जानकारी नहीं है कि ये सुविधा उनको कब तक मिली है। सीएम योगी एक बार पहले भी ऐसे ही मामले को लेकर घेरे में आ चुके है। 12 मई के दौरान देवरिया में शहीद हुए हेड कांस्टेबल प्रेस सागर के परिजनों से मिलने पहुंचे थे।