Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Nov, 2017 01:36 PM
तंबाकू मनुष्य शरीर के लिए हानिकारक होता है और इसका सेवन करने से कैंसर होता है यह सब जानते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि सुपाड़ी भी कैंसर होने का मुख्य कारण है। यह निस्कर्ष कई रिसर्च...
नोएडाः तंबाकू मनुष्य शरीर के लिए हानिकारक होता है और इसका सेवन करने से कैंसर होता है यह सब जानते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि सुपाड़ी भी कैंसर होने का मुख्य कारण है। यह निस्कर्ष कई रिसर्च के बाद सामने आया है। इसको लेकर अब कैंसर से लड़ने के लिए दुनिया ने एकजुट होने का फैसला किया है।
बिमारियों से निपटने के तरीकों पर होगी चर्चा
जिसके चलते पहली बार भारत में इंटरनेशनल कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश-विदेश के करीब दो दर्जन कैंसर विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे और इस भयंकर बिमारी के कारणों व उनसे निपटने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। सेक्टर- 39 स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर प्रिवेंशन एंड रिसर्च सेंटर (एनआईसीपीआर) में सोमवार दोपहर को कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। यहां धुआं रहित तंबाकू के सेवन से होने वाले कैंसर पर विशेष चर्चा की जाएगी।
कैंसर से रोज करीब 3500 लोगों की होती मौत
इस बारे में एनआईसीपीआर के डायरेक्टर डॉ़. रवि मेहरोत्रा ने बताया कि हमारे देश में हर तरह के कैंसर से रोज करीब 3500 लोगों की मौत होती है। इनमें सबसे ज्यादा करीब 2500 लोगों की मौत धूम्रपान जैसे सिगरेट, बीड़ी, और हुक्का आदि नशीले पदार्थों के सेवन की वजह से होती है। वहीं, करीब एक हजार लोग खैनी, गुटखा, पान मसाला आदि के सेवन से कैंसर का शिकार होकर जान गंवा देते हैं। जिसके चलते ज्यादातर सरकारें भी इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रही हैं, लेकिन यह चिंता का एक बड़ा विषय है, इसलिए पहली बार भारत में इंटरनेशनल कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
दुनियाभर के विशेषज्ञ देंगे सुझाव
साथ ही उन्होंने कहा कि एनआईसीपीआर में 27 और 28 नवंबर को कार्यशाला का आयोजन होगा। इसमें दुनियाभर के विशेषज्ञ सुझाव देंगे। इस दौरान यहां होने वाली चर्चा के बाद एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसे भारत सरकार को सौंपकर धुआं रहित कैंसर से निपटने के बारे में जरूरी सुझाव दिए जाएंगे। कार्यक्रम का समापन मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव स्वास्थ्य, मनोज झलानी करेंगे।