Edited By ,Updated: 31 Aug, 2016 08:42 PM
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह द्वारा अयोध्या में कारसेवकों की हत्या को लेकर दिया गया बयान उन्हीं पर भारी पड़ गया है।
लखनऊ: सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह द्वारा अयोध्या में कारसेवकों की हत्या को लेकर दिया गया बयान उन्हीं पर भारी पड़ गया है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक रईस खान ने उनके ऊपर मुकदमा दर्ज करने के लिए लखनऊ के हजरतगंज थाने में तहरीर दी है। मामला सत्ताधारी पार्टी के मुखिया का होने की वजह से पुलिस ने बिना एफआईआर दर्ज किए वादी को कोतवाली से भगा दिया है।
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के खिलाफ हत्या का मुकदमा दायर कराने की अर्जी देने वाले रईस खान ने कहा है कि 27 अगस्त 2016 को मुलायम सिंह ने सार्वजनिक रूप से इस बात को स्वीकार कर लिया की अयोध्या में 16 लोगों की जान ली थी और जरूरत पड़ती तो 30 लोगों की जान लेते। अत: मुलायम सिंह के खिलाफ भारतीय दंड विधान के तहत मुकदमा पंजीकृत किया जाए। रईस खान ने अपनी बात के समर्थन में कुछ दस्तावेज और बयान की डीवीडी भी संलग्न की हैं। रईस खान सामाजिक संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के अवध क्षेत्र (उप्र) के संयोजक है।
गौरतलब है कि 1990 में बाबरी विध्वंस मामले में कारसेवकों पर तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने सुरक्षाबलों को गोली चलाने का आदेश दिया था। इसमें 16 कारसेवकों की मौत हो गई थी। बाबरी विध्वंस में मुसलमान भाजपा के साथ कांग्रेस को बराबर का भागीदार मानते हैं। जिस वक्त बाबरी विध्वंस हुुआ उस समय केंद्र में नरसिंम्हा राव की सरकार थी और यूपी में भाजपा की सरकार जिसमें कल्याण सिंह यूपी के मुख्यमंत्री थे।