Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Mar, 2018 02:40 PM
राज्यसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग द्वारा अधिसूचना जारी करने के बाद उत्तर प्रदेश में 10 सीटों के लिए नामाकंन प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई है। राज्यसभा चुनाव के लिए बसपा ने नेता भीमराव आंबेडकर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। वहीं सपा ने जया बच्चन...
लखनऊः राज्यसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग द्वारा अधिसूचना जारी करने के बाद उत्तर प्रदेश में 10 सीटों के लिए नामाकंन प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई है। राज्यसभा चुनाव के लिए बसपा ने नेता भीमराव आंबेडकर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। वहीं सपा ने जया बच्चन को दोबारा से राज्यसभा भेजने का फैसला किया है।
जया बच्चन ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी की राज्यसभा उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है। इस मौके पर डिंपल यादव, किरणमय नंदा, सुब्रत राय सहारा, सपा सरकार में मंत्री रहे मनोज पांडेय, राजेंद्र चौधरी मौजूद रहे। नामांकन के बाद जया बच्चन ने कहा कि पार्टी के सभी नेताओं और नेताजी का बहुत बहुत शुक्रिया। वहीं, नरेश अग्रवाल और किरणमय नंदा की जगह टिकट मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं भी सीनियर हूं।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी ने नरेश अग्रवाल और किरणमय नंदा का राज्यसभा का पत्ता काट दिया है। सपा ने अपने दिग्गज नेताओं को दरकिनार करते हुए जया बच्चन को दोबारा से राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। समाजवादी पार्टी के 6 राज्य सभा सांसद रिटायर हो रहे हैं। किरणमय नंदा, दर्शन सिंह यादव, नरेश अग्रवाल, जया बच्चन, मुनव्वर सलीम और आलोक तिवारी के नाम इस लिस्ट में हैं। सपा के पास सिर्फ 47 वोट हैं, अखिलेश यादव सिर्फ एक नेता को ही संसद भेज सकते है। बाकी के अतिरिक्त वोट को गठबंधन के तहत बीएसपी उम्मीदवार को देगी।
चौथी बार राज्यसभा भेजने का किया फैसला
सूत्रों के मुताबिक नरेश अग्रवाल, किरणमय नंदा और जया बच्चन के बीच नाम तय होना था। नरेश अग्रवाल पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव के करीबी माने जाते हैं। इसी के चलते उनका पत्ता कटा है। वहीं जया बच्चन का किसी गुट में ना होना ही उनके लिए वरदान साबित हुआ और पार्टी ने उन्हें चौथी बार राज्यसभा भेजने का फैसला किया है।