Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Oct, 2017 04:03 PM
आज के दौर में तंत्र-मंत्र, चमत्कार, जैसी बातों को मानना एक हद तक अंधविश्वाश को बढ़ावा देना है, लेकिन कुछ लोग अब भी अंधश्रद्धा के जाल में फंसे हुए हैं....
सहारनपुरः आज के दौर में तंत्र-मंत्र, चमत्कार, जैसी बातों को मानना एक हद तक अंधविश्वाश को बढ़ावा देना है, लेकिन कुछ लोग अब भी अंधश्रद्धा के जाल में फंसे हुए हैं। ताजा मामला सहारनपुर का है, जहां बेटे की चाहत में अंधे लोगों ने एक तात्रिंक के कहने पर पड़ोसी की चार साल की बेटी की बलि चढ़ा दी।
हत्याकांड में तांत्रिक गिरफ्तार
मामला थाना जनकपुरी क्षेत्र के गांव खुर्द का है, जहां 4 की मासूम अक्षिता का शव तालाब में पड़ा मिला। इतना ही नहीं मासूम बच्ची का एक पैर, और एक हाथ नहीं था। बच्ची की इस हालत में लाश मिलने से गांव में सनसनी फैल गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस में दी। पहले तो ये केस पुलिस के लिए एक पहेली बन गया। लेकिन कड़ी मेहनत के बाद इस हत्याकांड का खुलासा हुआ। पुलिस ने इस हत्याकांड में तांत्रिक सहित 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि महिला सहित 2 आरोपी अभी फरार हैं।
बच्ची के धारदार हथियार काटे हाथ, पांव, कान
एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि थाना जनकपुरी क्षेत्र के गांव खुर्द निवासी महावीर की 4 वर्षीय पुत्री अक्षिता को एक अक्तूबर को घर के बाहर खेलते समय उठा लिया गया था। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की थी। 4 अक्तूबर को अक्षिता का शव महावीर के घर के पास ही तालाब के पास खेत में कपड़े में लिपटा पड़ा मिला था। अक्षिता का एक हाथ, पांव, कान और एक तरफ से धारदार हथियार से चेहरा कटा था।
पुलिस ने किया खुलासा
एसएसपी ने घटना के खुलासे के लिए थाना जनकपुरी पुलिस और सर्विलांस टीम को लगाया था। छानबीन के आधार पर पुलिस टीम ने शनिवार रात गांव खुर्द अड्डे से महावीर के पड़ोसी सतीश पुत्र कबूल सिंह और तांत्रिक वृक्षपाल पुत्र सुखबीर सिंह निवासी बड़ावद बागपत और हाल निवासी लोनी बार्डर गाजियाबाद को गिरफ्तार किया।
बेटे की चाह में पड़ोसी दंपत्ति की हत्या
फरार हत्यारोपियों की हो रही तलाश आरोपियों के पास से हत्या में धारदार हथियार भी बरामद किया। आरोपी सतीश ने बताया कि उसके 4 पुत्रियां हैं। एक पुत्र पैदा हुआ था। उसकी 18 माह की उम्र में मौत हो गई थी। पुत्र नहीं होने की वजह से पत्नी और परिवार के लोग परेशान रहते थे। इसी सिलसिले में उसकी मुलाकात तांत्रिक वृक्षपाल से हुई थी। उसने उन्हें तंत्रमंत्र क्रिया कर पुत्र प्राप्ति की सलाह दी थी।
दंपत्ति ने कबुला जुर्म
तांत्रिक ने कहा था कि इसके लिए किसी बच्ची की बलि देनी पड़ेगी। इसके चलते उसने अपनी पत्नी नेमता और पिता कबूल सिंह के साथ मिलकर अपहरण के बाद अक्षिता की हत्या कर की थी। पुलिस ने सतीश और वृक्षपाल को गिरफ्तार कर लिया। नेमता तथा कबूल सिंह की अभी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम को दस हजार रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है।