Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Dec, 2017 11:23 AM
सस्ते और जल्दी फ्लैट खरीदने के चक्कर में कहीं आप लोग भी ठगी के शिकार तो नहीं हो रहे हैं। जी हां ताजा मामला नोएडा के सेक्टर-115 स्थित सोरखा का है, जहां किराए के प्लॉट ...
नोएडाः सस्ते और जल्दी फ्लैट खरीदने के चक्कर में कहीं आप लोग भी ठगी के शिकार तो नहीं हो रहे हैं। जी हां ताजा मामला नोएडा के सेक्टर-115 स्थित सोरखा का है, जहां किराए के प्लॉट को अपना बताकर एक शख्स ने 5 लाख रुपए की ठगी कर ली। वहीं पीड़ित को अपने साथ हुए ठगी का पता तब चला जब रुपए देने के 1 महीने बाद वो प्लॉट पर घर बनाने के लिए मजदूर लेकर पहुंचा।
आरोपी प्लॉट में गद्दे बनाने का करता था काम
जानकारी के मुताबिक मामला मूलरूप से गोपालगंज बिहार का है, जहां के निवासी सुरेश गुप्ता मोरना गांव सेक्टर-35 में किराए के मकान में रहते हैं। वह नोएडा स्थित एक कंपनी में काम करते हैं। उन्होंने पुलिस को शिकायत में बताया कि वह सितंबर 2017 में सेक्टर-115 सोरखा गांव में प्लॉट देखने गए थे। वहां पर एक 100 गज के प्लॉट में राकेश नामक एक युवक मिला। राकेश प्लॉट में गद्दे बनाने का काम करता था।
अपना प्लॉट बताकर की 5 लाख की ठगी
राकेश ने उन्हें बताया कि प्लॉट उसका है। अगर वह खरीदना चाहते हैं तो 10 लाख रुपए में वह बेच रहा है। पीड़ित ने प्लॉट के दाम मार्केट के हिसाब से काफी सस्ते देख तुरंत राकेश से प्लॉट खरीदने की बात पक्की कर ली। पीड़ित ने 22 सितंबर को राकेश को 1 लाख रुपए बयाने के तौर पर दे दिए। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने राकेश से कहा कि आधा पैमेंट देने पर वह प्लॉट में काम शुरू कर देंगे, इस पर आरोपी राकेश तैयार हो गया। इसी के तहत उन्होंने 18 नवम्बर तक राकेश को 5 लाख रुपए दे दिए।
लेबर का काम शुरू होने पर हुआ खुलासा
पीड़ित का कहना है कि वह 3 दिसम्बर को लेबर लेकर प्लॉट पर काम शुरू कराने पहुंचा। इस दौरान उन्हें राकेश या उसका सामान वहां नहीं मिला। इस बात पर ध्यान न देते हुए सुरेश ने लेबर से काम शुरू कर दिया। इसबीच ही 2 युवकों ने वहां पहुंचकर काम रूकवा दिया। युवकों ने दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि यह प्लॉट उनका है। यहां पर राकेश नाम का शख्स उनके प्लॉट पर दुकान करता था।
आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज
वहीं खुद के ठगे जाने का पता लगते ही पीड़ित ने अगले दिन मामले की शिकायत कोतवाली सेक्टर-49 पुलिस को दी। कोवताली प्रभारी विनय प्रकाश सिंह ने बताया कि प्लॉट बेचने के नाम पर धोखाधड़ी करने की शिकायत मिली है। मामले की जांच की जा रही है।