Edited By ,Updated: 14 Mar, 2017 03:27 PM
समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को पटखनी देकर उत्तर प्रदेश में 15 साल बाद सत्ता में वापस आई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार का गठन जल्द हो जाएगा और....
लखनऊ:समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को पटखनी देकर उत्तर प्रदेश में 15 साल बाद सत्ता में वापस आई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार का गठन जल्द हो जाएगा और इसके लिए विधायक दल की बैठक के लिए दो सदस्यीय पर्यवेक्षकों की टीम कल यहां पहुंच सकती है।
पर्यवेक्षक के रुप में पार्टी द्वारा नामित केन्द्रीय नगर विकास मंत्री के वेंकैया नायडू और पार्टी के महासचिव तथा राज्यसभा सदस्य भूपेन्द्र यादव की मौजूदगी में विधायकों की 16 मार्च को सम्भावित बैठक में विधानमंडल दल का नेता चुन लिया जाएगा। इसके बाद सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यादव ने बताया कि कल शाम वह नायडू के साथ लखनऊ आ सकते हैं। सोलह मार्च को विधान मंडल दल के नेता का चयन प्रस्तावित है। कार्यक्रमों में मामूली फेरबदल भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इससे पहले सभी विधायकों से बात की जाएगी। भाजपा लोकतंत्र में पूरी आस्था रखती है, इसलिए नेता का चयन भी लोकतांत्रिक ढंग से होगा। इसमें सभी विधायकों की राय ली जाएगी।
विधानसभा का कार्यकाल 27 मई को पूरा होगा इसलिए सदन का गठन इससे पहले हो जाना चाहिए। 27 मई तक कोई संवैधानिक समस्या नहीं है। इस बीच, भाजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी विधायकों की बैठक विधानभवन के तिलक हाल में होगी। बैठक में भाजपा के 312, अपना दल के 09 और भारतीय समाज पार्टी (भासपा) के 4 विधायक शामिल होंगे। अपना दल और भासपा ने भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। उधर, मुख्यमंत्री के साथ ही मंत्रियों के नामों पर चर्चा तेज हो गई है। विधानसभा अध्यक्ष के लिए भी कई वरिष्ठ विधायकों के नाम पर अटकलें लगनी शुरु हो गई हैं।