Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Oct, 2017 10:30 AM
मेरठ में इंदिरा गांधी के जन्म शताब्दी समारोह कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की अनुशासनहीनता देखने को मिली....
मेरठः मेरठ में इंदिरा गांधी के जन्म शताब्दी समारोह कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की अनुशासनहीनता देखने को मिली। कार्यक्रम के मंच पर केवल वरिष्ठ पदाधिकापरियों के बैठने की व्यवस्था थी, लेकिन मंच पर करीब 100 कार्यकर्ता खड़े हो गए। इससे मंच की पूरी व्यवस्था गड़बड़ा गई। नतीजा यह हुआ कि प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर को स्वयं उठकर कार्यकताओं को मंच से नीचे धकेल कर हटाना पड़ा। इस दौरान जमकर धक्का-मुक्की भी हुई।
बेबस नजर आए सेवादल कार्यकर्ता
मंच पर कार्यकर्ताओं की भीड़ के कारण कार्यक्रम में अव्यवस्था होनी लगी। इस दौराम मंच पर अपनी कुर्सी से उठकर प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर को आना पड़ा। राजबब्बर ने मंच पर खड़े कार्यकर्ताओं को नीचे धकेल कर हटा दिया। इस दौरान वहां मौजूद कार्यकर्ताओं में भी आपस में नोंकझोंक हुई।
अपील को भी किया नजरअंदाज
दरअसल कार्यकर्ता खुद मंच से नीचे नहीं आ रहे थे और वहां खड़े अन्य कार्यकर्ताओं को नीचे उतरने की सलाह दे रहे थे। इस दौरान व्यवस्था में लगे कांग्रेस सेवादल के कार्यकर्ता बेबस नजर आ रहे थे। मंच से की जा रही कार्यकर्ताओं को नीचे उतरने की अपील का भी कोई असर नहीं हो रहा था।
राजबब्बर ने दिया मंच से धक्का
जिसके बाद राज बब्बर ने खुद कुर्सी से उठकर मंच पर मौजूद कार्यकर्ताओं को नीचे उतारने के लिए पीछे की ओर धकेला। यह सब उस वक्त हुआ जब नगमा अपना संबोधन शुरू कर रही थी। इस दौरान वहां मौजूद नगमा यह सब देख हसंती रही। प्रदेश प्रभारी बोले जब तक मंच से नहीं उतरोगे नहीं बोलूंगा।
प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद भी हुए नाराज
वहीं कार्यकर्ताओं के अनुशासन हीनता को देखकर प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद भी नाराज हुए। जब उन्हें संबोधन के लिए बुलाया गया तो उन्होंने यह कहकर बोलने से इंकार कर दिया कि जब तक मंच पर मौजूद कार्यकर्ताओं की भीड़ नीचे नहीं उतरेगी वह कुछ नहीं बोलेंगे।
दे डाली ये नसीहत
इतना ही नहीं नबी ने कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा, "वह फोटो खिंचवाने और चेहरा दिखाने की राजनीति न करे। अनुशासन नाम की कोई चीज यहां दिखाई नहीं दे रहा है। कार्यकर्ताओं की मंच पर भीड़ के कारण मंच पर बैठे लोगों को सांस लेना मुश्किल हो गया है।"