Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 03:05 PM
देश के 15 में से 9 प्रधानमंत्री देने वाले उत्तर प्रदेश से रामनाथ कोविंद ने शपथ लेकर राज्य से पहले राष्ट्रपति
लखनऊ: देश के 15 में से 9 प्रधानमंत्री देने वाले उत्तर प्रदेश से रामनाथ कोविंद ने शपथ लेकर राज्य से पहले राष्ट्रपति होने का गौरव हासिल कर लिया। देश की राजनीतिक दिशा तय करने वाले आबादी के हिसाब से सबसे बड़े उत्तर प्रदेश से कोविंद के पहले कोई राष्ट्रपति नहीं हुआ था। इस राज्य ने जवाहर लाल नेहरु,लाल बहादुर शास्त्री,श्रीमती इंदिरा गांधी,राजीव गांधी,वी पी सिंह ,चन्द्रशेखर ,चौधरी चरण सिंह,अटल बिहारी वाजपेयी और नरेन्द्र मोदी के रुप में 9 प्रधानमंत्री दिए,लेकिन कोई राष्ट्रपति इस राज्य से नहीं हुआ था।
देश के मानचेस्टर के रुप में चिरपरिचित रहा कानपुर के रामनाथ कोविंद इस राज्य से पहले राष्ट्रपति बन गए हैं। इससे पहले डा. राजेन्द्र प्रसाद, सर्वपल्ली राधाकृष्णन,जाकिर हुसैन,वी वी गिरि,फखरुद्दीन अली अहमद,नीलम संजीव रेड्डी,ज्ञानी जैल सिंह ,आर वेंकटरमन,शंकर दयाल शर्मा,के आर नारायणन,ए पी जे अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल और प्रणब मुखर्जी संवैधानिक सर्वोच्च पद को सुशोभित कर चुके हैं। इन 13 राष्ट्रपतियों में से कोई उत्तर प्रदेश का मूल निवासी नहीं था।
उत्तर प्रदेश शायद अब पहला राज्य बन गया है जहां से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों ही हैं। यूं तो राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पूरे देश के होते हैं लेकिन राष्ट्रपति का मूल निवास और प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र उत्तर प्रदेश में होने के कारण यहां के लोग काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। कोविंद के परिवार के कई लोग उनके शपथ ग्रहण समारोह को देखने दिल्ली गए हैं। उनकी भतीजियां और भाभियां उनके गांव परौंख में हैं। परौंख में जश्न का माहौल है।
कोविंद के पैतृक घर में लगातार जलेबी बन रही है। हलवाई लगा हुआ है। जश्न में शामिल लोगोंं को जलेबी और दही खिलाई जा रही है। स्थानीय मान्यता के अनुसार जलेबी और दही खाना और खिलाना दोनों शुभ माना जाता है। हारमोनियम और ढोलक की थाप पर बधाई गीत गाए जा रहे हैं। भारत माता की जय और वंदेमातरम के नारों से उनका गांव गुंजायमान हैं। हर तरफ कोविंद ही कोविंद हैं।