Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Dec, 2017 02:28 PM
ताजनगरी में एक चौका देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल यहां एक पिता अपने 5 महीने से लापता बेटे की तलाश में 1900 किमी से ज्यादा साइकिल चला चुका है। यह पिता साइकिल पर अपने बेटे को पुरानी दिल्ली, कानपुर, झांसी और बीना तक तलाश कर आया, लेकिन बेटे का अभी...
आगरा: ताजनगरी में एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल यहां एक पिता अपने 5 महीने से लापता बेटे की तलाश में 1900 किमी से ज्यादा साइकिल चला चुका है। यह पिता साइकिल पर अपने बेटे को पुरानी दिल्ली, कानपुर, झांसी और बीना तक तलाश कर आया, लेकिन बेटे का अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है।
जानकारी के मुताबिक हाथरस के द्वारिकापुर गांव के रहने वाले सतीश चंद्र का इकलौता बेटा 5 महीने पहले अचानक गायब हो गया। तलाश करने के बाद उसे ग्रामीणों से पता चला कि वो शाम के समय रेलवे ट्रेक पर खड़ी ट्रेन पर चढ़ गया था। जिसके बाद सतीश चंद्र ने साइकिल से रेलवे ट्रेक के सहारे बेटे को ढूंढना शुरू कर दिया।
सतीश ने बेटे को ढूंढते हुए 5 महीने में करीब 1900 किमी तक रेलवे ट्रैक के सहारे साइकिल चला डाली। साइकिल से घूमते हुए सतीश को कुछ लोगो ने बरहन कस्बे में रेल ट्रैक के पास देखा। वहां के लोगो ने उसकी व्यथा सुन महफूज संस्था के जोन कॉर्डिनेटर नरेश पारस को उसकी जानकारी दी।
सतीश ने नरेश पारस को थाने की मोहर लगी तहरीर की कॉपी भी दिखाई। जब नरेश पारस ने हाथरस के गुमशुदा प्रकोष्ठ में जानकारी ली तो पता चला कि उसे सिर्फ तहरीर पर मोहर लगा कर दे दी गई थी। उसके बेटे की गुमशुदा बच्चों में एंट्री तक नही हुई थी। जिसके बाद नरेश पारस ने उक्त मामले की शिकायत सीएम के जनसुनवाई पुलिस मुख्यालय को की है और वहां से मामला हाथरस पुलिस को फारवर्ड किया गया है।