Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Jan, 2018 01:36 PM
मेरठ में ऐसे अनेकों मामले सामने आ चुके हैं, जहां फ़र्ज़ी तरीके से सामान बनाकर उन पर बड़ी नामी कंपनियों के टैग लगाकर बेचे जा रहे हैं। इनकी खास बात तो यह है कि मुनाफाखोर इन फैक्ट्री कारखानों को लेकर ऐसे इलाके में बैठते हैं, जहां कोई उनसे कुछ पूछ ना सके।...
मेरठः मेरठ में ऐसे अनेकों मामले सामने आ चुके हैं, जहां फ़र्ज़ी तरीके से सामान बनाकर उन पर बड़ी नामी कंपनियों के टैग लगाकर बेचे जा रहे हैं। इनकी खास बात तो यह है कि मुनाफाखोर इन फैक्ट्री कारखानों को लेकर ऐसे इलाके में बैठते हैं, जहां कोई उनसे कुछ पूछ ना सके। ये लोग बकायदा थाना पुलिस से सेटिंग करके सेल टैक्स, इनकम टैक्स बचाकर अपने यहां माल बनाकर बड़ी कम्पनी के नाम से बेचते हैं और ग्राहकों को चुना लगाकर मोटा मुनाफा कमाते है।
जानकारी के मुताबिक मामला थाना ब्रह्मपुरी के भगवतपुरा का है। यहां नरेंद्र नाम के एक व्यक्ति ने फ़ुटबॉल और वालीबॉल की फ़र्ज़ी फैक्ट्री चला रखी है। नरेंद्र इस फैक्ट्री में भारी संख्या में बॉल बनाकर उनपर निविया, कॉस्को जैसी कई बड़ी कम्पनी के टैग लगाकर कई वर्षो से लगातार बेच रहे थे। लेकिन इसकी सूचना पुलिस को होने के बाद भी आज तक थाना पुलिस ने कुछ नहीं किया।
वहीं जिन कस्टमर ने यहां से बॉल खरीदी उनके अनुसार यूज़ करने पर बॉल की गुणवत्ता अच्छी नहीं निकली। जिस पर पिछले डेढ़ साल से ग्राहक लगातार कम्पनी में इसकी शिकायत कर रहे थे। वहीं बुधवार कम्पनी के डायरेक्टर खुद पहुंचे और पड़ताल की, जिसमे फैक्ट्री फ़र्ज़ी पाई गई।
डायरेक्टर ने पुलिस के साथ मिलकर वर्षा स्पोर्ट्स नाम की फैक्ट्री में छापेमारी करा दी। छापेमारी में कम्पनी के मालिक नरेंद्र कुमार गिरफ्त में आ गया। पुलिस ने फैक्ट्री से हजारो की संख्या में बॉल बरामद कर ली। साथ ही कई बड़ी कम्पनी के स्टैम्प, मोहर आदि बरामद की। हालांकि इसके बारे में पुलिस को जानकारी थी, लेकिन आज तक भी पुलिस ने भी इसपर कोई कार्रवाई नहीं की थी।