Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Mar, 2018 03:53 PM
उत्तर प्रदेश के मथुरा में यमुना छठ के पावन पर्व पर पतित पावनी यमुना में डुबकी लगाने के लिए गुजरात से तीर्थयात्रियों का पहुंचना शुरू हो गया है। इस बार यमुना छठ 23 मार्च को है, लेकिन तीर्थयात्रियों का विशेषकर गुजरात से आना अभी से शुरू हो गया है।...
मथुराः उत्तर प्रदेश के मथुरा में यमुना छठ के पावन पर्व पर पतित पावनी यमुना में डुबकी लगाने के लिए गुजरात से तीर्थयात्रियों का पहुंचना शुरू हो गया है। इस बार यमुना छठ 23 मार्च को है, लेकिन तीर्थयात्रियों का विशेषकर गुजरात से आना अभी से शुरू हो गया है। गुजराती लोग इस अवसर पर न केवल यमुना में डुबकी लगाते हैं बल्कि अपने साथ लोटी में यमुना जल गुजरात ले जाते हैं। वहां पर धार्मिक समारोह का आयोजन कर वैदिक मंत्रों के मध्य इसे खोला जाता है। गुजरात के कलाकारों की टीमें इस अवसर पर यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम विशेषकर डांडिया प्रस्तुत करती हैं और अपनी सफलता का आशीर्वाद यमुना से लेती हैं।
अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्टीय अध्यक्ष महेश पाठक ने बताया कि यमुना में अतिरिक्त गंगाजल छुड़वाने का उन्होंने जिला प्रशासन से अनुरोध किया है। उनका कहना था कि हर साल प्रशासन इस अवसर पर यमुना में अतिरिक्त जल छोडऩे की व्यवस्था करता है, लेकिन इस बार अभी तक यमुना में अतिरिक्त जल नहीं आया है। इस कारण यमुना का जल निर्मल नजर नहीं आ रहा है। पाठक ने बताया कि यमुना छठ चतुर्वेद समाज का भी प्रमुख उत्सव है क्योंकि वे सब यमुना पुत्र हैं।
उन्होंने बताया कि इस अवसर पर प्रात: यमुना का पंचामृत अभिषेक होगा तथा अपरान्ह विशाल शोभा यात्रा शहर के मुख्य मार्गों से होकर निकाली जाएगी। इस शोभा यात्रा में विभिन्न धार्मिक झांकियां होंगी। शाम को यमुना पर तैरते प्लेटफार्म पर यमुना महारानी का छप्पन भोग होगा तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि यमुना पूजन के अवसर पर तीर्थ पुरोहित महासभा की अगुवाई में यमुना को शुद्ध रखने, उसे गंदा न करने की शपथ ली जाएगी।